Greater Noida West : स्ट्रैटेजिक रॉयल कोर्ट 16 बी के निवासियों में बढ़ रही है असुरक्षा की भावना

स्ट्रैटेजिक रॉयल कोर्ट (Strategic Royal Court), 16बी के निवासियों में असुरक्षा की भावना इस कदर बढ़ गई है कि वे रात के समय बाहर निकलने में सुरक्षित महसूस नहीं करते।

Greater Noida

Greater Noida West: स्ट्रैटेजिक रॉयल कोर्ट (Strategic Royal Court), 16बी के निवासियों में असुरक्षा की भावना इस कदर बढ़ गई है कि वे रात के समय बाहर निकलने में सुरक्षित महसूस नहीं करते। इसका बड़ा कारण जहां एक ओर क्षेत्र में आए दिन होते अपराध के मामलों में बढ़ोत्तरी है वहीं क्षेत्र में स्ट्रीट लाइटों का अभाव भी है। निवासियों ने बताया कि क्षेत्र में दिन प्रतिदन चेन स्नेचिंग के मामलों में बढ़ोत्तरी हो रही है। खासकर पंचशील ग्रीन्स विला और रतन पर्ल जैसे निर्माणाधीन स्थलों के बीच की गलियों में ऐसी घटनाएं आम हैं। लोगों का यह भी आरोप है कि अनधिकृत बाजार विक्रेता शराब का सेवन करते हैं और सड़कों पर घूमते हैं जिससे उन्हें आने जाने में असुविधा होती है।

Credit: Supplied

निवासियों का आरोप है कि इस क्षेत्र में अपर्याप्त स्ट्रीट लाइट आपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा दे रही है। सड़कों का चौड़ीकरण होने के बाद भी स्ट्रीट लाइट नहीं बढ़ाई गई है।

ये भी पढ़ें: Greater Noida West में परिवर्तन टीम ने एक्सोटिका ड्रीमविले (Exotica Dreamville) में एओए चुनाव जीता

स्ट्रैटेजिक रॉयल कोर्ट के निवासी कुणाल धमीजा कहते हैं, सड़क के एक तरफ बिजली के खंभे नहीं हैं। जिस कारण रात के समय सड़कों पर अंधेरा छाया रहता है। इस डर के कारण हम अंधेरे में बाहर जाने के बजाय घर के अंदर रहना पसंद करते हैं। स्ट्रीट लाइट की इस कमी के कारण आपराधिक गतिविधियां जैसे चेन स्नेचिंग बढ़ी रही है।

Credit: Supplied
Credit: Supplied

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के प्रोजेक्ट मैनेजर प्रदीप कुमार का कहना है, हम साइट का दौरा करेंगे। अगर स्ट्रीट लाइट की कमी है तो हम उन्हें लगाएंगे। हम जल्द ही 16बी के अथॉरिटी पार्क में हाई मास्ट लाइट लगाने की योजना बना रहे हैं।

सोसायटी के निवासियों ने बताया कि क्षेत्र में विक्रेताओं ने सोसायटियों के पास अनाधिकृत दुकानें स्थापित की हैं। निवासियों का कहना है कि वे अंधेरे के बाद शराब पीते हैं और सड़कों पर घूमते हैं जिससे उन्हें असुविधा होती है।

स्ट्रैटेजिक रॉयल कोर्ट के रेजिडेंट जतिन भाटिया कहते हैं, इन वेंडर्स के पास न तो लाइसेंस है और न ही उन्हें इस मार्केट को लगाने की इजाजत है। ये विक्रेता सूरज डूबने के बाद शराब पीते हैं। मुझे नहीं पता कि उनका मकसद सामान बेचना है या मौज मस्ती करना।

Leave a Reply

Your email address will not be published.