इन 7 टिप्स से आप बचा सकते हैं अपने बच्चों को लू से

जहां तक संभव हो, ताज़े फल, जूस और हरी सब्जियों को उनके आहार में शामिल करें।

सेहत

दो साल से कोविड महामारी के दौर के बाद आखिरकार स्कूल फिर से खुल गए हैं और बच्चे भी उत्सुकता से इन ऑफलाइन क्लासेस के साथ-साथ दूसरी एक्टिविटीज़ में भी भाग ले रहे हैं। बच्चों के सर्वांगीण विकास को देखते हुए तो यह ख़ुशी की ही बात लगती है, लेकिन मौसम में जिस तेज़ी से गर्मी का प्रकोप बढ़ रहा है, वह अपने-आप में चिंता का बड़ा विषय है।

इसके अलावा बच्चों के स्कूल से वापस आने या आउटडोर एक्टिविटीज़ का टाइम भी ऐसा ही होता है, जब गर्म लू अपने शबाब पर होती हैं।

कोविड-काल में बच्चे एक लंबे समय तक घरों में बंद रहे हैं, जिनसे उनके विकास पर भी बुरा असर पड़ा है। ऐसे में कोई भी दोबारा अपने बच्चों को वापस घरों में सीमित तो नहीं रखना चाहेगा, लेकिन दूसरी सुरक्षा के साथ-साथ गर्म लू से बचाना भी कम चुनौतीपूर्ण नहीं है।

हीटवेव बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती हैं, जिसके फलस्वरूप बच्चों को डिहाइड्रेस्शन, दस्त और बुखार जैसी बीमारियां हो सकती हैं।

गर्मी के इस मौसम में बच्चों के स्वास्थ्य का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है। अपने बच्चों को लू से बचाने के लिए यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं।

तरल पदार्थों का उचित मात्रा में सेवन

अत्याधक गर्म मौसम की वजह से बच्चे डिहाइड्रेशन का शिकार हो सकते हैं, जिससे सिरदर्द, मितली आना और अन्य कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं।

गर्मियों में तरल पदार्थों का सेवन बढ़ाने से बच्चों को डिहाइड्रेशन से बचाया जा सकता है और उन्हें एक्टिव भी रखा जा सकता है। अगर बच्चों को प्यास न लगे, तब भी उन्हें दिन में कम से कम तीन से चार लीटर पानी ज़रूर पिलाएं। आप उन्हें नारियल पानी, नींबू का रस, बेल शरबत, मिल्क शेक या अन्य
प्रकार के ताजे फलों का रस भी दे सकते हैं, ताकि वे अधिक से अधिक तरल पदार्थों का सेवन करें।

अनावश्यक रूप से धूप में निकलने से बचें

स्कूल से आने-जाने के समय में तो कोई बदलाव कर पाना संभव नहीं है। फिर भी दोपहर के वक़्त जितना हो सके, उतना तेज़ धूप से बचने के लिए ज़रूरी उपायों का ध्यान रखें। जैसेकि- छाते का प्रयोग करना, सनस्क्रीन लगाना, सिर ढक कर रखना, सनग्लासेज़ का प्रयोग करना वग़ैरह।

खेल-कूद का समय सुरक्षित रखें

बच्चे अपने दोस्तों के साथ बाहर खेलना बहुत पंसद करते हैं। चूंकि दोपहर का समय बेहद गर्म होता है, इसीलिए बच्चों के खेलने के समय को नियंत्रित करें। गर्मी के दिनों में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे के बीच सूरज की रोशनी सबसे अधिक होती है। सो अपने बच्चों को शाम को ही खेलने के लिए बाहर जाने दें। अगर वो बहुत जिद करें तो भी उन्हें ज्यादा देर तक बाहर न रहने दें।

सनस्क्रीन का प्रयोग करें नियमित रूप से

सनस्क्रीन सिर्फ बड़ों के लिए ही नहीं, बल्कि बच्चों के लिए भी बेहद ज़रूरी है। बच्चों की त्वचा बड़ों की तुलना में अधिक संवेदनशील होती है। इससे गर्मी में छाले, लालिमा और खुजली की संभावना हो सकती है। जहां तक संभव हो, बच्चों के शरीर के खुले सभी हिस्सों पर सनस्क्रीन लगाएं। बच्चों के लिए सही सनस्क्रीन का चुनाव करना भी कम चुनौतीपूर्ण नहीं है। बच्चों के बाहर रहने के समय की धूप का अनुमान, बच्चों की संवेदनशील त्वचा का ख़याल आदि सनस्क्रीन चुनते वक़्त ज़रूर होना चाहिए।

आरामदायक कपड़े

गर्मी के मौसम में आरामदायक कपड़े पहनना बहुत ज़रूरी है। इस गर्मी के लिए सुनिश्चित करें कि आपके बच्चे हल्के रंग के सूती कपड़े पहनें। सूती कपड़े अन्य कपड़ों की तुलना में प्रभावी ढंग से पसीना सोख लेते हैं। हल्के रंग के सूती कपड़े अपेक्षाकृत कम गर्म होते हैं और त्वजा को तेज़ गर्मी के
कारण होने वाले रैशेज़ और जलन से बचाने में भी मदद करते हैं।

शांत वातावरण

तीव्र गर्मी की लहरों के दौरान ठंडे वातावरण में अधिक समय बिताएं। हालांकि बेहद ठंडा वातावरण बीमार भी कर सकता है, इसलिए अपने एयरकंडीशनर का तापमान सामान्य रखें। खुली हवा और कम तापमान के समय थोड़ा-बहुत खुली हवा में टहलना भी बच्चों के स्वास्थ्य के लिए बेहद आवश्यक है।

उचित आराम

यदि आपके बच्चे पूरे दिन सक्रिय रहते हैं तो सुनिश्चित करें कि रात में वे ठीक तरह से आराम करें। शारीरिक गतिविधियों के लिए अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है और उसके बाद पूरी तरह से आराम शरीर के लिए महत्वपूर्ण है। सुनिश्चित करें कि स्कूल से वापस आने के बाद बच्चे कुछ समय के लिए पर्याप्त मात्रा में आराम करें।

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