ग्रेटर फरीदाबाद। ग्रेटर फरीदाबाद की विभिन्न सोसायटियों में रहने वाले लोगों की परेशानियों का सिलसिला खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। ग्रेटर फरीदाबाद के लोग पहले से ही अनेक समस्याओं से जूझ रहे थे। अब हाल ही में पार्क इलीट प्रीमियम सोसायटी में रहने वाले करीब 200 लोग मैंटिनेंस ठेकेदार कंपनी के कर्मचारियों की लापरवाही से बीमार हो गए हैं। कर्मचारियों ने लापरवाही से एसटीपी का पानी वॉटर टैंक में डाल दिया था।
आरडब्ल्यूए की सूचना पर खेड़ीकलां स्वास्थ्य केंद्र और अकॉर्ड अस्पताल की टीम ने मौके पर पहुंच कर बीमार लोगों का इलाज किया गया। करीब दर्जन-भर लोगों को विभिन्न अस्पतालों में दाखिल कराना पड़ा है, जिनमें बच्चों की संख्या ज्यादा है। आरडब्ल्यूए की तरफ से पुलिस और प्रशासन को शिकायत की गई है।
ग्रेटर फरीदाबाद स्थित बीपीटीपी पार्क इलीट प्रीमियम सोसायटी की आरडब्ल्यूए के प्रधान अवनिंद्र तिवारी ने बताया कि सोसायटी के रखरखाव का ठेका बीपीटीपी की सहयोगी कंपनी बीपीएनएस को दिया हुआ है। इस कंपनी के कर्मचारियों ने लापरवाही बरतते हुए 18 मई को एसटीपी का वॉल गलती से वॉटर टैंक में खोल दिया। इस वॉटर टैंक से पूरी सोसायटी को पानी की आपूर्ति की जाती है। इस पानी को प्यूरीफाई कर सोसायटी के लोग पीने के साथ-साथ अन्य घरेलू कामों में इस्तेमाल करते है।
गलती का पता चलते ही 19 मई को कंपनी ने वॉटर टैंक को खाली करवा कर उसकी सफाई करवा दी, लेकिन इस दौरान लोगों को पानी की भारी किल्लत झेलनी पड़ी। बीती 20 मई को फिर से पानी की आपूर्ति शुरू कर दी गई थी, जिसके बाद बीती रात से ही लोगों के बीमार होने का सिलसिला शुरू हो गया।
अवनिंद्र तिवारी का कहना है कि वॉटर टैंक सही तरीके से साफ न होने की वजह से लोग उस पानी को पीकर बीमार हो रहे हैं। बीमार लोगों की संख्या बढऩे का पता चलते ही उन्होंने प्रशासन को सूचना दी, जिसके बाद खेड़ीकलां स्वास्थ्य केंद्र के एसएमओ डॉ. हरजिंद्र अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। पता चलने पर अकॉर्ड अस्पताल की टीम ने भी मौके पर पहुंच कर लोगों का इलाज शुरू कर दिया।
इस दौरान करीब 200 से ज्यादा लोगों के स्वास्थ्य की जांच कर उन्हें उपचार दिया गया है। बीमार लोगों में बच्चों की संख्या करीब 30 के आस-पास बताई जा रही है। करीब दर्जन भर लोगों को इलाज के लिए विभिन्न अस्पतालों में दाखिल कराया गया है।
आरडब्ल्यूए के प्रधान अवनिंद्र तिवारी ने बताया कि यह घटना मैंटिनेंस करने वाली कंपनी के कर्मचारियों की लापरवाही से हुई है। उन्होंने मामले की शिकायत जिला उपायुक्त कार्यालय को दे दी है। सोमवार को इस मामले की शिकायत पुलिस आयुक्त से की जाएगी।