Faridabad: बदलती जीवनशैली और खानपान की वजह से हड्डी संबंधित मरीजों की संख्या शहर में लगातार बढ़ती जा रही है। लगातार काम करने के कारण अक्सर लोगों को शरीर में दर्द रहता है। इसमें मांसपेशियों में दर्द, हड्डियों में दर्द, जोड़ों का दर्द, गठिया, घुटने का दर्द, कंधों का दर्द, गर्दन का दर्द और कमर का दर्द शामिल हो सकते हैं। अधिक वर्कवाउट करने, लगातार बैठकर ऑफिस का काम करने या फिर अधिक चलने-फिरने से शरीर के कई हिस्सों में दर्द, ऐंठन और थकान महसूस होने लगती है। शारीरिक दर्द कई बार इतनी बढ़ जाता है कि सामान्य कार्य करना भी मुश्किल हो जाता है। कई बार लगातार रहने वाला दर्द शरीर को नुकसान भी पहुंचा सकता है, लेकिन पैसों की कमी और जागरूकता के अभाव में लोग इसे नजरांदाज कर देते हैं।
लोगों की इन परेशानियों को समाप्त करने के लिए ही एम्स की तरफ से शहर के आयुष केंद्रों में लोगों को इन बीमारियों से छुटकारा दिलवाने का प्रयास किया है। जिसके तहत एम्स की तरफ से जिले में मौजूद आयुष विभाग में कैम्प लगाए जा रहे हैं। बीके सिविल अस्पताल परिसर में स्थित आयुष विभाग में एक जांच व दवा वितरण कैम्प लगाया गया।
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कैम्प में मौजूद एम्स (आयुर्वेद) के डॉ. मदन पटेल ने बताया कि इस कैम्प में मरीजों को मुफ्त इलाज, दवाईयां और जांच उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने बताया कि यह कैम्प महीने में चार दिन बीके अस्पताल में और शेष दिनों में पल्ला समेत विभिन्न स्वास्थ्य केन्द्रों में स्थित आयुष विभाग में लगाया जाता है।
उन्होंने बताया कि एम्स की तरफ से लगाए जा रहे इन कैम्पों को एक शनिवार छोड कर और एक मंगलवार छोडक़र लगाया जाता है। जिसमें इस महीने बीके अस्पताल में 09, 19 और 23 जुलाई को कैम्प लगाए जाऐंगे। उन्होंने बताया कि कैम्प में निशुल्क आयुर्वेदिक उपचार, दवाईयां, ब्लड टेस्ट, योग, योगा आहार के बारे में सलाह और गठिया, घुटने का दर्द, कंधे का दर्द, गर्दन का दर्द और कमर का दर्द के उपचार की सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है।