Dwarka: द्वारका हो या जनकपुरी, बारिश में बिगड़ा सड़कों का हाल

उपनगरी द्वारका हो या जनकपुरी या फिर विकासपुरी, बारिश ने हर जगह सड़कों का बुरा हाल कर रखा है।

Delhi न्यूज़

Dwarka: उपनगरी द्वारका हो या जनकपुरी या फिर विकासपुरी, बारिश ने हर जगह सड़कों का बुरा हाल कर रखा है। आप इसे यूं भी कह सकते हैं कि पहले से खराब सड़कों की पोल बारिश ने अच्छे से खोल कर रख दी है। सड़क पर जगह जगह बने गड्ढे, उसमें जमा पानी, इस बात की गवाही देता नजर आता है कि या तो इनके निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल हुआ है या फिर गड्ढे बनने के बाद इनकी मरम्मत को कोई राजी नहीं है। जो भी हो, परेशानी राहगीरों व वाहन चालकों को ही हो रही है।

द्वारका में जगह जगह बने गड्ढे

उपनगरी द्वारका की बात करें तो यहां मास्टर प्लान सड़कों के साथ साथ इन सड़कों के किनारे से गुजर रही सर्विस लेन का भी बुरा हाल है। मधु विहार में सड़कों की यह दुर्दशा साफ साफ नजर आती है। इसके अलावा सेक्टर 2 से मधु विहार की ओर जाने वाली स्लिप रोड पर जगह जगह गड्ढे बने हैं। सेक्टर 19 में भी सड़कों की दशा सही नहीं है। पालम फ्लाईओवर के नीचे का हिस्सा भी मरम्मत की बाट जोह रहा है। सेक्टर 23 व 22 के आसपास भी सड़कों की दशा सही नहीं है। द्वारका मेट्रो स्टेशन से सेक्टर 14 की ओर जाने वाली सड़क का भी हाल बुरा है।

लोक निर्माण विभाग की सड़क का भी हाल खराब

द्वारका में सड़कों की देखरेख की जिम्मेदारी डीडीए के जिम्मे है, लेकिन द्वारका से बाहर मुख्य सड़कों की बात करें तो यहां देखरेख की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग की है। लेकिन आप अधिकांश सड़कों का हाल जर्जर ही पाएंगे। द्वारका मोड़ से जनकपुरी जाने के क्रम में कई ऐसे जगह हैं, जहां वाहन हिचकोले खाने को मजबूर हैं। डाबड़ी से द्वारका सेक्टर 1 की ओर जाने वाली सड़क भी जगह जगह मरम्मत की मांग करती नजर आती है।

यह भी पढ़ें: Dwarka: आईपी यूनिवर्सिटी में वृक्षारोपण सप्ताह का आयोजन

लगने लगता है जाम

सड़कों की दशा दुरुस्त नहीं होने के कारण वाहन चालकों को रफ्तार पर ब्रेक लगाना पड़ता है। इस कारण कई बार जाम की समस्या उत्पन्न होने लगती है। इसके अलावा ऐसे वाहन चालक जो सड़क की स्थिति से अनभिज्ञ रहते हैं, उनके लिए कई बार ऐसी स्थिति दुर्घटना को न्यौता देने वाली बन जाती है।

एक जगह सड़क में धंस गई बस

द्वारका निवासी माधव बताते हैं कि उपनगरी में सड़कों की देखरेख का काम जिस ध्यान से किया जाना चाहिए, उतना ध्यान डीडीए देती नहीं है। नजीता यह हाेता है कि सड़कें कई जगह खराब हो चुकी है। सेक्टर 22 में हाल ही में एक सड़क पर बस धंस गई। आखिर ऐसा क्यों हुआ, इस घटना के लिए कौन जिम्मेदार है, इसका किसी को नहीं पता। द्वारका निवासी राकेश कुमार बताते हैं कि डीडीए केंद्र सरकार के अधीन आने वाली एजेंसी है। इसके पास संसाधन का अभाव नहीं है, फिर भी सड़कों की देखरेख में लापरवाही सही नहीं है। जनकपुरी निवासी राकेश त्रेहन कहते हैं कि लोक निर्माण विभाग को सड़कों की देखरेख के प्रति गंभीर होना होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published.