Faridabad: लोगों को समस्याओं से निजात दिलवाने के लिए शहर में जहां एक तरफ विकास कार्य तेजी से हो रहे हैं, लेकिन निर्माण दौरान संबंधित विभाग के अधिकारियों और ठेकेदारों द्वारा बरती जा रही लापरवाही से विकास ही विनाश साबित हो रहा है। शहर में ज्यादातर स्थानों पर विकास कार्यो के बाद निर्माण सामग्री को सड़कों पर ही लापरवाही से छोड़ दिया जाता है।
ऐसा ही सेक्टर-12-11 की नवनिर्मित डिवाइडिंग रोड पर देखने को मिल रहा है। जहां हाल ही में नई बनी सडक़ पर जगह जगह मिट्टी, मलवा और ईटों का ढेर लगे हुए हैं। हालांकि अभी यहां काम चल रहा है, लेकिन जितना काम पूरा हो चुका है और जहां रोड चालू हो चुकी है। चालू सड़क के दोनों तरफ और बीच में कहीं निर्माण सामग्री पड़ी हुई है तो कहीं मलवे के ढेर लगे हुए हैं। जिस कारण यहां से आने-जाने वालों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं रात के अंधेरे में इस लापरवाही की वजह से सड़क दुर्घटनाओं का खतरा भी बना रहता है।
शहर के लोगों को गड्ढों से निजात दिलवाने के लिए कई जगह सड़कों का निर्माण हो रहा है, लेकिन कई-कई महीनों बाद भी सड़कें पूरी तरह बनकर तैयार नहीं पा रही है। जिसे जगह जगह रास्ते बंद होने से लोगों को परेशानी झेलने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है, लेकिन अब जैसे-तैसे कई महीनों के बाद सेक्टर-12-11 की डिवाइडिंग रोड बन चुकी। यहां आज भी सडक़ बनने के बाद भी वाहन चालक परेशान हैं। यहां बीच में और सड़कों के दोनों किनारों पर आज भी ईंट, मलवा और मिट्टी के ढेर लगे हुए हैं। इससे एक तरफ जहां आवागमन प्रभावित होता है तो वहीं पर इसके कारण वाहन चालकों को भी काफी परेशानी होती है।
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सड़कों पर पड़े मिट्टी के ढेर से दोहिया वाहन चालक फिसल रहे हैं, जिससे हादसों का डर बना रहता है। इस निर्माण सामग्री को ठेकेदार के कर्मचारियों द्वारा इस तरह रखा जाता है कि सड़क से निकलना मुश्किल हो जाता है। इसकी वजह से शहर की इस प्रमुख सड़क पर जाम के हालात बन रहे हैं। लोगों को निकलने में कठिनाई हो रही है। रात के समय यहां स्थित और खतरनाक हो जाती है, क्योंकि सड़क पर लगी अनेक स्ट्रीट लाइटें जलती ही नहीं है।