Noida: करोड़ों रुपए खर्च के बावजूद साइकिल ट्रैक योजना फाइलों में दफन

नोएडा प्राधिकरण का अतिक्रमण विभाग रेहड़ी पटरी वालों को तो सड़क पर अतिक्रमण करने पर हटा देता है, लेकिन साइकिल ट्रैक पर अवैध कब्जा कर बने इस पार्किंग की ओर उसकी निगाह नहीं जाती है ।

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Noida: कभी आम लोगों की सवारी कहे जाने वाली साइकिल आजकल पर्यावरण और सेहत के लिए भी लाभकारी साबित हो रही है। औद्योगिक नगरी होने के कारण नोएडा में उद्योगों में काम करने वाले सैकड़ों वर्कर साइकिल का इस्तेमाल यातायात के लिए करते हैं, जिससे इस महंगाई के दौर मैं पैसा बचता हैं। नोएडा के हाइटेक सिटी होने के कारण साइकिल का इस्तेमाल सेहत और पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए भी किया जाता है, लेकिन समस्या यह है कि नोएडा की चमचमाती सड़कों के ऊपर दौड़ती गाड़ियों के बीच में साइकिल चलाया जाए तो कैसे? पिछली सरकार के समय शुरू की गई साइकिल ट्रैक बनाने की योजना हाईकोर्ट के लगे स्टे और वर्तमान सरकार की उदासीनता के कारण ठंडे बस्ते में जा चुकी है । जो साइकिल ट्रैक बनाए गए हैं वह भी देखभाल के अभाव में बदहाल नजर आते हैं और इनका इस्तेमाल पार्किंग के रूप में हो रहा है । कई जगह पर तो आलम यह है कि 40 करोड खर्च कर बनाए गए इन साइकिल ट्रकों पर साइकिल तो नहीं लेकिन आवारा पशु जरूर घूमते में नजर आ जाते हैं ।

नोएडा की सड़कों से गुजरते समय आपको सड़कों के किनारे पार्क किए गए वाहनों के बीच नीले रंग का बोर्ड नजर आ जाएंगे। इन बोर्ड पर साइिकल का निशान बना हुआ है जो यह बताता है कि यहां पर साइकिल ट्रैक है जिन पर अब वाहनों का कब्जा हो गया है । नोएडा प्राधिकरण (Noida Authority) का अतिक्रमण विभाग रेहड़ी पटरी वालों को तो सड़क पर अतिक्रमण करने पर हटा देता है, लेकिन साइकिल ट्रैक पर अवैध कब्जा कर बने इस पार्किंग की ओर उसकी निगाह नहीं जाती है । नोएडा के मास्टर प्लान रोड नंबर-1 और सेक्टर 62 में बने साइकिल ट्रैक वाहनों के पार्किंग स्थल में तब्दील हो चुके हैं । अगर सेक्टर 127 बख्तावर रोड पर बने साइकिल ट्रैक पर आप साइकिल चलाना चाहते हैं तो वहां भी आपको निराशा ही हाथ लगेगी, क्योंकि ट्रैक पर कूड़े और मलबे का ढेर के कारण साइकिल चलाना संभव नहीं है ।

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सेहत और पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए साइकिलिंग ग्रुप बनाकर लोगों को जागरूक करने वाले राजीवा सिंह का कहना है कि एक लंबे समय से प्राधिकरण और जिला प्रशासन से साइकिल ट्रैक बनाने की मांग की जा रही हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो पा रही है, साइकिल ट्रैक ना होने का कारण दो बड़े हादसे से नोएडा की सड़कों पर हो चुके हैं।

नोएडा सिटीजन फोरम के अध्यक्ष एसपी जैन का कहना है कि साइकिल ट्रैक पुराने अधिकारियों ने बनाए थे और इनका निर्माण सही तरीके से नहीं हुआ है यह सड़क से काफी ऊंचे बने हैं और कंपनियों के सामने बने हैं। कंपनियों के आगे सर्विस रोड को खत्म का इन साइकिल ट्रैक को बनाया गया है, जिसके कारण सभी कंपनियों ने साइकिल ट्रेक को अपनी जागीर समझ कर वहां पर पार्किंग चालू कर ली है। इसके अलावा साइकिल ट्रैक पर कोई साइकिल नहीं चलाता है अगर साइकिल ट्रैक पर साइकिल चलती तो इन पर अतिक्रमण नहीं होता। वे कहते है कि साइकिल ट्रैक पर जितना पैसा लगाया गया है अगर उसे ठीक ढंग से इस्तेमाल किया जाता तो शहर का सौंदर्यीकरण भी होता और नोएडा वासियों को फायदा भी होता।

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