योगमय हुई उपनगरी द्वारका, कहीं अनुलोम विलोम तो कहीं सूर्य नमस्कार

बच्चे, युवा व बुजुर्ग सभी इन दिनों योगाभ्यास करते नजर आते हैं। कहीं अनुलोम विलोम का अभ्यास कराया जा रहा है तो कहीं सूर्य नमस्कार कर लोग खुद को चुस्त दुरुस्त करने में जुटे हैं।

Delhi न्यूज़

Dwarka: योग दिवस ( International Day of Yoga)आने में भले ही अभी कुछ ही दिन शेष हैं, लेकिन उपनगरी द्वारका अभी से ही योगमय नजर आने लगी है। बच्चे, युवा व बुजुर्ग सभी इन दिनों योगाभ्यास करते नजर आते हैं। कहीं अनुलोम विलोम का अभ्यास कराया जा रहा है तो कहीं सूर्य नमस्कार कर लोग खुद को चुस्त दुरुस्त करने में जुटे हैं।

द्वारका सेक्टर तीन में विवेकानंद केंद्र की दिल्ली शाखा के तत्वावधान में सौ युवाओं ने एक साथ सूर्य नमस्कार किया। इस दौरान करीब 40 मिनट में 10 हजार से अधिक सूर्य नमस्कार किए गए। इस केंद्र के युवा प्रमुख निखिल यादव ने बताया हर युवा ने 108 बार सूर्य नमस्कार किए जिसमें युवक व युवती दोनों शामिल थे। यहां सूर्य नमस्कार करने दिल्ली के विभिन्न हिस्सों से युवा जुटे थे। इनमें से अधिकांश दिल्ली विश्वविद्यालय व जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्र थे।

यह कार्यक्रम दिल्ली शाखा के युवा प्रकल्प ‘Young India: Know Thyself’ के पांच दिवसीय शिविर के अंतिम दिन आयोजित किया गया। इस दौरान युवाओं को बताया गया कि सूर्य नमस्कार कोई मात्र शारीरिक गतिविधि नहीं है बल्कि मनुष्य को मानसिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक तौर पर भी लाभ देती है ।

ये भी पढ़ें: Dwarka: उपनगरी के विकास से जुड़े मुद्दे को लेकर द्वारका फोरम ने मुख्य अभियंता से की मुलाकात

अध्यात्म योग संस्थान आयोजित कर रही योग शिविर

द्वारका सेक्टर 6 स्थित अध्यात्म योग संस्थान के कार्यालय में योग शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें बच्चों ने योग शिविर का आनंद लिया। यहां योगाभ्यास अध्यात्म योग संस्थान के संस्थापक डा. रमेश कुमार योगाचार्य ने कराया। उन्होंने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए योग जरूरी है। योग जीवन जीने की कला है, इसलिए योग को जीवन में जीना चाहिए। यदि हम लोग योग का निरंतर अभ्यास करते हैं तो सभी बीमारियां धीरे-धीरे समाप्त हो जाती हैं। सभी अपने कीमती समय में से एक घंटा योगासन प्राणायाम और ध्यान का अभ्यास के लिए निकालना चाहिए, जिससे शरीर निरोग रह सके। बच्चों की बुद्धि क्षमता को बढ़ाने के लिए ध्यान और प्राणायाम का अभ्यास जरूरी है। बच्चों के शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक विकास के लिए योग अत्यंत लाभकारी है। योग का सभी निरंतर अभ्यास करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published.