Dwarka: स्कूल पहुंचे आरबीआइ के अधिकारी, साइबर व बैंकिंग धोखाधड़ी से बचने के बताए उपाय

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारियों ने द्वारका से सटे मंसाराम कॉलोनी स्थित हरी कृष्ण पब्लिक स्कूल का दौरा किया और वहां बच्चों को वे तमाम जानकारियां दीं, जिसका इस्तेमाल कर वे साइबर व बैंकिंग धोखाधड़ी से बच सकते हैं।

Delhi न्यूज़

Dwarka: साइबर व बैंकिंग धोखाधड़ी का शिकार कोई भी हो सकता है। बेहतर है हम सतर्कता बरतें ताकि कोई हमारा इस्तेमाल नहीं कर सके। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारियों ने द्वारका से सटे मंसाराम कॉलोनी स्थित हरी कृष्ण पब्लिक स्कूल का दौरा किया और वहां बच्चों को वे तमाम जानकारियां दीं, जिसका इस्तेमाल कर वे साइबर व बैंकिंग धोखाधड़ी (cyber and banking frauds) से बच सकते हैं। साथ ही बच्चो से कहा कि वे पहले खुद सींखे, फिर अपने अभिभावकों, दोस्तों, रिश्तेदारों को भी इन उपायों की जानकारी दें। बच्चों ने बड़े ध्यानपूर्वक अधिकारियों की बातों को सुना और उनको आश्वस्त किया की वे बैंकिंग धोखाधड़ी से लोगों को बचाने के लिए ये सभी जानकारियां अपने परिचितों को जरूर बताएंगे।

स्कूल की प्रधानाचार्य अनुराधा शर्मा ने बताया कि आजकल बैंकिंग से जुड़े कार्य बच्चे भी करते हैं। पॉकेट मनी के लिए सभी अपने पास आनलाइन वॉलेट रखते हैं। ये वॉलेट आपकी बैंकिंग सिस्टम से जुड़े रहते हैं। इसलिए सतर्कता बेहद जरूरी है। थोड़ी सी लापरवाही पर ताक लगाकर बैठे ठग आपके खाते या आपके वॉलेट से पैसे उड़ा सकते हैं। इसलिए सतर्कता जरूरी है। अच्छी बात यह है कि बच्चों ने अधिकारियों की बातों को गौर से सुना। आने वाले समय में इस तरह के कार्यक्रम और भी आयोजित किए जाएंगे।

पासवर्ड बनाएं मजबूत

अधिकारियों ने बच्चों को बताया कि अगर आपका ऑनलाइन बैंकिंग पासवर्ड कमजोर है, तो हैकर्स आपके अकाउंट को एक्सेस कर सकते हैं। आपका या आपके करीबी रिश्तेदार का नाम, मोबाइल नंबर, आपका व्हीकल नंबर, जन्म वर्ष या शादी की सालगिरह को भी पासवर्ड के तौर पर इस्तेमाल करना सही नहीं है। इस तरह के पासवर्ड को आपका कोई भी करीबी पता लगा सकता है। इस बात का भी ध्यान रखें कि सभी अकाउंट्स के लिए एक ही पासवर्ड का इस्तेमाल न करें।

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बैंक स्टेटमेंट और मैसेज को हमेशा करते रहें चेक

अपने बैंक अकाउंट पर नजर रखें क्योंकि यह किसी भी संदिग्ध एक्टिविटी को तुरंत ट्रैक करने में आपकी मदद कर सकता है। बैंक ग्राहकों को ट्रांजेक्शन के प्रति सचेत करने के लिए एसएमएस और ईमेल भेजते हैं। बैंक से मिलने वाला मैसेज आपको धोखाधड़ी के लेनदेन को तुरंत पहचानने और नुकसान से बचने में मदद कर सकता है।

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