Dwarka: उपनगरी में बुजुर्गों की संस्था सुख दुख के साथी ने शनिवार को हुई बारिश का लाभ उठाते हुए बड़े पैमाने पर पौधे लगाए। यूं तो संस्था उपनगरी में जगह जगह पौधे लगाती ही रहती है, लेकिन शनिवार का आयोजन इस मायरे में विशेष था कि पौधे श्मसान भूमि में लगाए गए। संस्था के सदस्यों का कहना है कि जीवन यदि सत्य है तो मृत्यू साश्वत सत्य। बेहतर है कि हम अपने आनी वाली पीढ़ियों को एक ऐसा माहौल दें जहां उन्हें सांस लेने के लिए कृत्रिम ऑक्सीजन की मदद नहीं लेनी पड़े। पेड़ इसमें सबसे बड़ी भूमिका निभाएंगे। लेकिन शहरीकरण के दौड़ में जंगलों का विनाश हो रहा है। जिस तादाद में पेड़ लगाए जा रहे हैं, उससे कहीं अधिक तादाद में पेड़ काटे जा रहे हैं। सुख दुख के साथी संस्था की कोशिश इस अंतर को कम करने की है।
उद्यान विभाग का मिला साथ
संस्था के अध्यक्ष कैप्टन एसएस मान ने बताया कि हमलोगों ने सेक्टर 24 में 225 पौधे लगाए। ये सभी पौधे निगम उद्यान विभाग की ओर से मुहैया कराए गए थे। जब हम पौधे लगा रहे थे, तब उद्यान विभाग के अधिकारी भी हमारा साथ देने के लिए मौजूद थे। हमलोगाें ने प्रण लिया है कि जिन पौधों को यहां लगाया गया है, उनकी देखरेख के लिए हम सभी यहां समय समय पर आते रहेंगे। इस अवसर पर संस्था के सचिव डीसी माथुर भी मौजूद थे।
बड़े पैमाने पर लगाए जा रहे पौधे
बता दें कि उपनगरी द्वारका में इस मानसून के दौरान सभी संस्थाएं पौधारोपण में जुड़ी है। इस बार की खास बात यह है कि पौधे लगाने में बुजुर्गों को बच्चों का भी साथ मिल रहा है। बच्चों को जागरूक करने के लिए बड़े उनके नाम का यह कहते हुए पौधा लगाते हैं कि अब इसकी देखरेख की जिम्मेदारी तुम्हारे उपर है। अच्छी बात यह है कि बच्चे इस जिम्मेदारी को पाकर काफी खुश हैं।