New Delhi: दिल्लीवासियों और खासकर प्रकृति प्रेमियों के लिए एक अच्छी खबर है, क्योंकि दिल्ली में इको-टूरिज्म (eco-tourism) के लिए समर्पित जगह शुरू हो गई है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने असोला भट्टी अभयारण्य के तहत नीलीझील इकोटूरिज्म साइट के रूप में गंतव्य का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा, ‘दिल्ली सरकार दिल्ली के अंदर के माहौल को सुधारने और प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित करने के लिए हर उचित कदम उठा रही है। साथ ही हम दिल्ली को पर्यावरण के अनुकूल पर्यटन स्थल बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। इसी दिशा में आज विश्व आर्द्रभूमि दिवस के अवसर पर दिल्ली सरकार दिल्ली के लोगों को नीली झील ईको-टूरिज्म के रूप में तोहफा दे रही है। दिल्लीवासी परिवारों के साथ आ सकते हैं और इस जगह की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले सकते हैं।”
गोपाल राय ने बताया, ‘नीलीझील को ईको टूरिज्म साइट के रूप में विकसित किया गया है। जिसके लिए यहां पर्यटकों के लिए बनाई गई सभी सुविधाओं में ईको फ्रेंडली सामग्री का इस्तेमाल किया गया है। उदाहरण के लिए यहां सौर मंडल द्वारा संचालित चार कृत्रिम जलप्रपात विकसित किए गए हैं। साथ ही सैलानियों के लिए सेल्फी प्वाइंट भी बनाया गया है। साथ ही विभाग के अधिकारियों को पर्यटकों के लिए गोल्फ कार्ट और इलेक्ट्रिक साइकिल की व्यवस्था करने और नीली झील के पास एक पर्यावरण के अनुकूल कैफेटेरिया बनाने के भी आदेश जारी किए गए हैं।
नीलीझील के आसपास के 40 हेक्टेयर क्षेत्र में पर्यावरण हितैषी विकास कार्य किया गया है। अन्य सुविधाओं के अलावा, आगंतुकों को पेड़ों और क्षेत्र में उनके महत्व के बारे में सूचित करने के लिए साइनेज स्थापित किए गए हैं।
नीलीझील की गहराई 100 फीट है और विभाग ने वहां चार सौर ऊर्जा से चलने वाले कृत्रिम झरने विकसित किए हैं। ये झरने इस मायने में अनोखे हैं कि पानी 100 फीट की ऊंचाई से नीचे की झील में गिरता है। राय ने कहा, “इन कृत्रिम झरनों ने नीली झील की भव्यता को स्पष्ट कर दिया है।”
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नीली झील के पास विकसित हुआ सेल्फी प्वाइंट
सैलानियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दर्शकों के लिए नीली झील के आसपास सुरक्षित स्थान बनाया गया है। वहीं कृत्रिम जलप्रपात के पास सेल्फी प्वाइंट भी बनाया गया है। यह उपयोगकर्ताओं को अपनी यादों को रिकॉर्ड करने के लिए कैमरों का उपयोग करने की अनुमति देता है और साथ ही वे इन सेल्फी पॉइंट्स का उपयोग फोटोग्राफी के लिए भी कर सकते हैं।
पर्यटकों के लिए गोल्फ कार्ट और इलेक्ट्रिक साइकिल की व्यवस्था करने के आदेश दिए गए
श्री गोपाल राय ने पर्यटकों के लिए गोल्फ कार्ट और इलेक्ट्रिक साइकिल की व्यवस्था करने के लिए विभाग के अधिकारियों को आदेश जारी कर दिए हैं। उन्होंने बताया ‘जब तक यह व्यवस्था पूरी नहीं हो जाती, तब तक पर्यटकों का अपने वाहनों से आने का स्वागत है। नीली झील में प्रवेश करने के लिए तीन मुख्य द्वार हैं। पहला द्वार वन संरक्षक (दक्षिण) कार्यालय के बगल में, तुगलकाबाद से अभयारण्य में प्रवेश करता है। दूसरा द्वार, 10, छतरपुर के माध्यम से अभयारण्य में प्रवेश करता है और तीसरा द्वार, संख्या 7, गुरुजी मंदिर के माध्यम से प्रवेश करता है। पर्यटक नीली झील ईको पर्यटन स्थल के प्रवेश द्वार से टिकट खरीदकर इस सुंदर स्थान का आनंद ले सकते हैं। भविष्य में दर्शकों के लिए टिकट भी ऑनलाइन उपलब्ध कराए जाएंगे।
नीली झील के पास ईको फ्रेंडली कैफेटेरिया विकसित करने के आदेश दिए
गोपाल राय ने वन विभाग के अधिकारियों को आदेश दिया है कि नीलीझील के पास ईको फ्रेंडली कैफेटेरिया की व्यवस्था की जाए ताकि पर्यटकों को यहां आने में किसी तरह की दिक्कत न हो।
नीली झील पर पर्यटकों के लिए बनाई गई सभी सुविधाओं में ईको फ्रेंडली सामग्री का उपयोग किया गया है
वन एवं पर्यावरण मंत्री ने कहा, ‘नीलीझील के पास पर्यटन के लिए जितने भी निर्माण किए गए हैं, वे लकड़ी, बांस आदि प्राकृतिक सामग्री से किए गए हैं।’
गोपाल राय ने नीली झील के लिए विभाग के अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा, “हमारी सरकार दिल्ली के नागरिकों को एक ऐसी जगह प्रदान करना चाहती है जहां वे प्रकृति की सराहना कर सकें और साथ ही आने वाली पीढ़ी को इसके बारे में शिक्षित कर सकें। दिल्ली सरकार हर तरह से दिल्ली को बेहतर बनाने और पारिस्थितिक सुरक्षा के आधार पर इसे बेहतर बनाने के लिए प्रेरित है।”