देश में हर साल तीन लाख नए किडनी मरीज आ रहे हैं सामने : डॉ. जितेंद्र

फरीदाबाद । ग्रेटर फरीदाबाद स्थित एकॉर्ड अस्पताल की तरफ से नीलम बाटा रोड स्थित एक होटल में फिजिशियन फोरम के साथ मिल कर सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें दिल्ली सफदरजंग अस्पताल के किडनी रोग विभाग अध्यक्ष डॉ. हिमांशु वर्मा तथा एकॉर्ड के न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के चेयरमैन डॉ. रोहित गुप्ता मुख्य रूप से उपस्थित रहे। […]

Faridabad न्यूज़

फरीदाबाद । ग्रेटर फरीदाबाद स्थित एकॉर्ड अस्पताल की तरफ से नीलम बाटा रोड स्थित एक होटल में फिजिशियन फोरम के साथ मिल कर सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें दिल्ली सफदरजंग अस्पताल के किडनी रोग विभाग अध्यक्ष डॉ. हिमांशु वर्मा तथा एकॉर्ड के न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के चेयरमैन डॉ. रोहित गुप्ता मुख्य रूप से उपस्थित रहे। सेमिनार की अध्यक्षता अस्पताल किडनी रोग विशेषज्ञ तथा विभागध्यक्ष डॉ. जितेंद्र कुमार ने की।

उन्होंने कहा की आज डॉक्टर ओर मरीज के बीच कमजोर होते रिश्ते को फिर से मजबूत करने की जरूरत है। एकॉर्ड अस्पताल के वरिष्ठ किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ. जितेंद्र कुमार ने एक फिल्म की स्टोरी से सेमिनार की शुरुआत करते हुए बताया कि ये फिल्म देश दुनिया में हिट रही। लोगों ने इसे खूब सराहा लेकिन फिल्म में दिखाई गई डॉक्टरों की नेगटिव छवि से कई मरीजों की जान भी खतरे में पड़ी है। लोगों बीमारी होने के बावजूद मरीज के पास जाने से बचते है और जब पहुंचे तब तक बीमारी बहुत बढ़ चुकी होती है। इसके अलावा किडनी रोग के प्रति लोगों में जागरूकता का काफी अभाव है। यही वजह है कि भारत में हर साल 3 लाख मरीज सामने आ रहे है। जिले में डॉ. जितेंद्र के प्रयास से पहली बार 2004 में किडनी मरीजों के लिए बेहतरीन सुविधाएं शुरू की गई। आज इसमें काफी सुधार हुआ है। वहीं नई नई तकनीक का विकास हो रहा है। मरीजों को इलाज की स्मार्ट सुविधाएं उपलब्ध कराने ओर इलाज में पारदर्शिता बनाये रखने के लिये एकॉर्ड काम कर रहा है। जिससे डॉक्टर और मरीज के बीच रिलेशनशिप मजबूत हो सके।

एकॉर्ड की तरह अन्य बड़े अस्पतालों को बिना टारगेट पूरा किये मरीजों की सेवा में जुटना चाहिए, तभी यह रिश्ता मजबूत होगा। डॉ. जितेंद्र ने कहा कि इसका समाधान ऋग्वेद में है। जहां हम सब को मिल कर के एक धेय के लिए मिलजुल कर काम करने की सलाह दी गई है। जिसका प्रधानमंत्री ने भी जिक्र किया है। इसलिए वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. रोहित गुप्ता सहित जिले के 6 वरिष्ठ डॉक्टरों ने मिलकर एकॉर्ड  अस्पताल की शुरुआत की। हम स्मार्ट और इको सिस्टम पर काम कर रहे हैं। टेली मेडिसिन पर काम किया जा रहा है।

सफदरजंग अस्पताल के किडनी रोग विभागाध्यक्ष डॉ. हिमांशु वर्मा ने कहा कि बदलती लाइफस्टाइल के कारण आज किडनी की बीमारी तेजी से लोगों को अपनी गिरफ्त में रहे है। वर्क फ्रॉम होम के कारण लोग मोटापे, डाइबिटीज, बीपी सहित अनेक बीमारियों का शिकार हुए है। ऑनलाइन शॉपिंग जैसी व्यवस्था के कारण लोगों का चलना फिरना कम हो गया। इसमें हमें सुधार करना चाहिए। रोजाना व्यायाम और करीब एक घंटे सैर की आदत डालनी चाहिए, बच्चों को भी करवानी चाहिए, तभी हम किडनी सहित अन्य खतरनाक बीमारियों से बच सकते हैं। इस मौके पर फिजिशियन फोरम के अध्यक्ष डॉ. अशोक चांदना, डॉ. आरएल मोगा, डॉ. प्रदीप बब्बर, डॉ. अरुण गुप्ता, डॉ. महेश्वर चावल, न्यूरो सर्जन डॉ. हिमांशु, कार्डियोलोजिस्ट डॉ. उमेश कोहली, सांस रोग विशेषज्ञ डॉ. रोहित मुखर्जी सहित अनेक डॉक्टर मौजूद रहे।

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