ग्रेटर फरीदाबाद की दो सोसायटियों में कूड़े से खाद बनाने की परियोजना शुरू

ग्रेटर फरीदाबाद की समर पाम और पीयूष हाईट सोसायटी ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत कंपोस्टिंग खाद बनाने की यूनिट का शुभारंभ किया।

Faridabad न्यूज़

Faridabad: ग्रेटर फरीदाबाद की समर पाम और पीयूष हाईट सोसायटी ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत कंपोस्टिंग खाद बनाने की यूनिट का शुभारंभ किया। नगर निगम फरीदाबाद के अतिरिक्त निगमायुक्त इन्द्रजीत कुलड़िया कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने यूनिट का शुभारंभ करने के बाद पौधारोपण कर शहर में ग्रीन ऐरिया बढ़ाने का संदेश दिया।

अतिरिक्त निगमायुक्त ने बताया कि आईएफसीए फाउंडेशन के संस्थापक विवेक चंद सहगल ने नगर निगम के साथ मिलकर इस यूनिट को स्थापित किया है। इससे पूर्व में सहगल के सहयोग से गुडिइयर कम्पनी के साथ वायु यंत्र लगाया गया था। इसके अलावा शहर के विभिन्न हिस्सों में स्थापित की गई कंपोस्टिंग यूनिट में भरपूर सहयोग रहा है जिसके अंतर्गत यूनिट में काम आने वाले कूड़ा एकत्रित करने वाले ड्रम, हाउस कीपिंग स्टाफ भी उपलब्ध कराएं गए हैं। यह भी पढ़ें : Faridabad: सीवर के मास्टर प्लान की मंजूरी देने के बावजूद बन रही है सड़क

अतिरिक्त निगमायुक्त इन्द्रजीत कुलड़िया ने बताया कि समरपाम और पीयूष हाईट सोसायटी के सहयोग से  खाद तैयार करने के लिए घर की रसोई से सूखे व गीले कूड़े को अलग-अलग इकट्ठा किया जाता है। अलग-अलग प्लास्टिक के ड्रम में गीले और सूखे कूड़े को रखा जाता है। उसके बाद उसमें कुछ अन्य कैमिकल मिलाए जाते हैं और कुछ दिनों में ये खाद तैयार हो जाती है। इस काम के लिए दो कर्मचारी भी नियुक्त किये गये हैं। किचन ही नहीं बल्कि पार्क में लगे पौधों के पत्तों को भी मशीन की सहायता से काट कर उनको खाद बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इस खाद का इस्तेमाल सोसाइटी में लगे पौधों और पार्क में किया जाता है।

समर पाम और पीयूष हाईट सोसाइटी में हजार से ज्यादा परिवार रहते हैं। गर्मी के दिनों में रोजाना 150 किलो गीला व सूखा कूड़ा इनकी रस्सोईयों से निकलता है। जबकि सर्दी के दिनों में 200 किलो तक कचरा निकल आता है. कूड़ा निस्तारण की इस विधि से सबसे बड़ा फायदा यह भी है कि कूड़े में जो प्लास्टिक शामिल होता है उसको अलग कर लिया जाता है और उसको रि-साइकिल करने के लिए अलग संस्था को भेज दिया जाता है। कूड़ा प्रबंधन की इस विधि से हजारों घरों से निकलने वाले कूड़े का निस्तारण भी हो जाता है और इससे आर्थिक फायदा भी हो रहा है।

इस मौके पर मास्टर ट्रेनर्स अवतार गौड, मोनिक शर्मा, नगर निगम के पार्टनर, आईपीसीए से राधा गोयल, आरडब्ल्यूए के सभी सदस्यगण मौजूद थे।

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