कचरा महोत्सव में कचरा बीनने वाले बच्चे बने आकर्षण

कचरे से बना रहे उपहार , अब शिक्षा के लिए नहीं होना पड़ रहा वंचित

Noida न्यूज़

नौएडा  : – नौएडा के 48वें स्थापना दिवस पर सेक्टर 21-ए स्थित नोएडा स्टेडियम में एक्सिबिशन का आयोजन किया गया . सेक्टर 21/ए स्थित नौएडा स्टेडियम में चैलेंजर्स ग्रुप का प्लास्टिक लाओ, शिक्षा पाओ अभियान बना आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. इस स्टाल से गुजरने वाले लोग आकर्षित होते हुए इस पर जरुर रुकते हैं.

नौएडा प्राधिकरण द्वारा आयोजित “कचरा महोत्सव” में चैलेंजर्स ग्रुप द्वारा संचालित वंचित बच्चों के लिए निःशुल्क पाठशाला के छात्रों द्वारा यह स्टाल लगाया गया है. कचरा लाओ- शिक्षा पाओ अभियान नोएडा के कुछ युवाओं ने शुरू किया था. इसके तहत झुग्गियों में रहने वाले बच्चे जो प्लास्टिक बीनने के लिए सड़कों पर घूमते थे उनको शिक्षा से जोड़ने की कोशिश की जा रही थी.

संस्था के अध्यक्ष प्रिंस शर्मा ने बताया कि वंचित बच्चों को शिक्षा से जोड़ने में जो दिक्कत थी वो यह थी कि कचरा उठाकर लाएंगे तो उसी को बेचकर खाना खाएंगे, हमने इनकी मजबूरी को समझा और इन्हें निशुल्क शिक्षा देने का प्रयास प्रारंभ किया. प्रिंस शर्मा बताते हैं कि.अब उनके कचरे को हम ही खरीद लेते हैं बदले में शिक्षा से जोड़ते हैं.

विगत पांच वर्ष से चलाये जा रहे इस उपक्रम में प्रिंस शर्मा बताते हैं कि उस कचरे का हम सजावट के सामान, दीवार घड़ी, वेस्ट टू वंडर आदि बनाने में उपयोग करते हैं, उसे हम गिफ्ट के तौर पर भेंट देते हैं. इस दौरान प्रदर्शनी पर कई गणमान्य अतिथियों ने शिरकत की जिसमें नौएडा विधायक पंकज सिंह, दादरी विधायक तेजपाल नागर, नौएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी,ओएसडी इंदु प्रकाश सिंह, ओएसडीअविनाश त्रिपाठी, भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल , फोनरवा अध्यक्ष योगेश शर्मा एवं उपस्थित नागरिकों ने वंचित बच्चों द्वारा एकल उपयोग प्लास्टिक कचरे से बनाई गई चीजों की सराहना की एवं उनका उत्साहवर्धन भी किया.

बच्चों ने कई कचरे से बनी चीज़ें आये हुए मेहमानों को उपहार स्वरुप भी दीं. वेस्ट टू वंडर देखने पहुंची नोएडा सीईओ रितु माहेश्वरी ने बताया कि बच्चों का यह प्रयास बहुत प्रेरक है. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल बताते हैं कि बच्चों को शिक्षा से जोड़ने और नोएडा को साफ रखने के लिए यह अनोखा प्रयास है. इस तरह वेस्ट ऑफ वंडर का प्रयोग एक सफल मॉडल है.

Leave a Reply

Your email address will not be published.