Faridabad: अग्निशमन उपकरणों के अभाव में बारूद के ढेर पर बैठा है ग्रेटर फरीदाबाद

नगर निगम के अंर्तगत आने वाले बदहाल फायर ब्रिगेड के पास ढाई मंजिला इमारतों की आग बुझाने के लिए भी पर्याप्त साधान नहीं है, लेकिन इसके बावजूद सरकार ने शहर में 32 मंजिला रिहायशी टावर बनाने के लिए फायर एनओसी जारी कर रही है।

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Faridabad: नगर निगम के अंर्तगत आने वाले बदहाल फायर ब्रिगेड के पास ढाई मंजिला इमारतों की आग बुझाने के लिए भी पर्याप्त साधान नहीं है, लेकिन इसके बावजूद सरकार ने शहर में 32 मंजिला रिहायशी टावर बनाने के लिए फायर एनओसी जारी कर रही है। करीब आठ महीने पहले सेक्टर 70 स्थित रॉयल हेरिटेज के 32 मंजिला एक टावर में आग लगने से करीब आधा दर्जन फ्लैट जलकर क्षतिग्रस्त हो गए थे, लेकिन मौके पर पहुंच फायर ब्रिगेड के कर्मचारी 18 वीं मंजिल पर लगी आग को देखकर खुद को बेबस महसूस कर रही थे। वहीं बिल्डर द्वारा लगाया गए फायर सेफ्टी सिस्टम शोपीस से ज्यादा कुछ नजर नहीं आया था। इस इमारत में रहने वाले लोगों को पुलिस और सुरक्षा कर्मचारियों की मदद से बल्टियों के सहारे आग बुझानी पड़ी थी। इस घटना को हुए इतना लंबा समय गुजर जाने के बावजूद नगर निगम ने आज तक बहुमंजिला इमारतों की आग को बुझाने में इस्तेमाल की जाने वाले हाईड्रोलिक प्लेटफार्म की व्यवस्था नहीं की है।

साफ झलक रही थी बेबसी

सेक्टर 70 आईएमटी स्थित रॉयल हेरिटेज सोसयटी के 32 मंजिला टावर नंबर 19 के फ्लैटों में रहने वाले करीब 100 परिवार 20 नवंबर 2021 की रात को सो रहे थे। रात करीब डेढ़ बजे के आसपास 18 वीं मंजिल पर स्थित फ्लैट नंबर 1805 की बाल्कनी में आग लग गई। थोड़ी ही देर में आग फ्लैट के अंदर पहुंच गई। नींद खुलने पर फ्लैट में रहने वाले परिवार ने भाग कर जान बचाई और अन्य लोगों को जगाया था। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर सोसायटी वासियों और सुरक्षा कर्मचारियों की मदद से सो रहे लोगों को जगाना शुरू किया। करीब तीन बजे के आसपास फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची थी, लेकिन 18, 17 और 11वीं मंजिल पर आग देखकर खुद को बेबस महसूस करने लगी। पाइपों की मदद से पानी ऊपर पहुंचाने का प्रयास किया, लेकिन प्रैशर नहीं बना। बिल्डर द्वारा लगाए गए फायर सेफ्टी सिस्टम भी शोपीस ही साबित होकर रह गए थे। जिसके बाद स्थानीय लोगों ने अन्य फ्लैटों से बाल्टियां भर कर आग पर काबू पाया था।

आधुनिक संसाधनों का अभाव

ग्रेटर फरीदाबाद में सैंकड़ों की संख्या में बहुमंजिला इमारतें बन चुकी है। इन सोसायटियों में लाखों की संख्या में लोग रह रहे हैं। आने वाले दिन में ग्रेटर फरीदाबाद की आबादी कई गुना बढ़ जाएगी, लेकिन इसके बावजूद नगर निगम की तरफ से फायर ब्रिगेड को आधुनिक संसाधान उपलब्ध करवाने की कोई जरूरत महसूस नहीं की जा रही है। यदि शहर की किसी बहुमंजिली इमारत में आग लग गई तो फायर ब्रिगेड के पास उस पर काबू पाने का कोई इंतजाम नहीं है। बहुमंजिला इमारतों में आग पर काबू पाने के लिए हाईड्रोलिक प्लेटफार्म की जरूरत होती है। लगातार मांग किए जाने के बावजूद नगर निगम फायर ब्रिगेड को यह उपकरण उपलब्ध करवाने की जरूरत महसूस नहीं कर रहा है। इसके अलावा कर्मचारियों के पास आधुनिक मास्क और अन्य उपकरणों का भी भारी अभाव है।

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गहनता से जांच की जरूरत

सतेंद्र दुग्गल

ग्रेफ कॉनफेडेरेशन ऑफ सोसायटिज के ट्रस्टी एवं सेवानिवृत विंग कमांडर सतेंद्र दुग्गल का कहना है कि बहुमंजिला इमारत में आग लगने की कई घटनाएं हो चुकी है। नगर निगम द्वारा अन्य गैर जरूरी चीजों पर तो पैसा खर्च किया जाता है, लेकिन फायर टेंडर गाड़ियां खरीदने की तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ग्रेटर फरीदाबाद के लिए हाईड्रोलिक प्लेटफार्म की बेहद जरूरत है। प्रशासन को जल्दी ही बहुमंजिला इमारतों में लगे फायर सेफ्टी सिस्टमों की जांच करवानी होगी।

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