Dwarka: सुख दुख के साथियों ने दिखाई प्रतिभा, खूब बजी तालियां

Dwarka: के बुजुर्गों ने एक संस्था बनाई है, जिसका नाम सुख दुख के साथी है। संस्था के बुजुर्ग तेजी से बदल रही जीवनशैली में एक दूसरे का साथ देते हैं और नई पीढ़ी का मार्गदर्शन भी करते हैं।

Delhi न्यूज़

Dwarka: सुख दुख में एक दूसरे का साथ देने वाले द्वारका के बुजुर्गों ने सेक्टर 22 स्थित चित्रकूट अपार्टमेंट में आयोजित कार्यक्रम में संगीत से जुड़ी अपनी प्रतिभा को अपने गीतों के जरिए बयां किया। यहां बुजुर्गों का उत्साह देखते ही बन रहा था। इनके गाने सुनकर कार्यक्रम में मौजूद लोग तालियां बजाकर इनका उत्साह बढ़ाते रहे। इस अवसर पर दिल्ली की पूर्व मेयर कमलजीत सहरावत, द्वारका सिनियर सिटिजन एसोसिएशन के प्रेसीडेंट बलबीर सिंह यादव, द्वारका फोरम के महासचिव एएस छतवाल, सिनियर हब संस्था के आरके जैन व रवि जेटली, कर्नल पीसी चौधरी सहित अनेक व्यक्ति उपस्थित थे। कार्यक्रम में चित्रकूट अपार्टमेंट मैनेजिंग कमेटी के सचिव आरएस जाखू विशेष तौर पर मौजूद थे।

सुख दुख के साथी संस्था के तत्वावधान में आयोजित हुई थी संगीत संध्या

उपनगरी के बुजुर्गों ने एक संस्था बनाई है, जिसका नाम सुख दुख के साथी है। संस्था के बुजुर्ग तेजी से बदल रही जीवनशैली में एक दूसरे का साथ देते हैं और नई पीढ़ी का मार्गदर्शन भी करते हैं। संस्था के प्रेसीडेंट कैप्टन एसएस मान ने बताया कि कार्यक्रम में एंकरिंग, प्रस्तुतिकरण से लेकर तमाम कार्य की कमान बुजुर्गों ने संभाली थी। एंकरिंग की जिम्मेदारी मोहिंदर कुमार ने संभाली थी। वहीं कार्यक्रम की शुरुआत में पीबी मिश्रा ने स्वरचित कविता का पाठ किया वहीं एनएस बेदी ने शबद पाठ किया। इसके अलावा बुजुर्गों ने पुराने फिल्मी गीत, गजल की भी प्रस्तुति दी।

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बच्चों की भी हुई हौसला अफजाई

जब दादा दादी कार्यक्रम में जाएं तो पोते पोतियां भी संग हो ही जाते हैं। यहां भी ऐसा ही हुआ। भले ही कार्यक्रम बुजुर्गों के लिए था, लेकिन उनके साथ बच्चे भी बड़ी संख्या में आए थे। बच्चों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम का खास आयोजन किया गया। कुछ देर के लिए पूरा मंच उन्हें सौंप दिया गया। इस दौरान बच्चों ने तरह तरह के लोक व शास्त्रीय नृत्य की प्रस्तुति दी।

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