Delhi: पार्क एंड गार्डन सोसायटी ने पार्कों को हरा-भरा व सुंदर बनाने के लिए एक विशेष पहल शुरू की है। इसके तहत इलाके के पार्कों की कमान स्थानीय आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों के हाथों में होगी। सोसायटी की ओर से प्रति वर्ष 2.55 लाख रुपये प्रति एकड़ दिए जाएंगे। साथ ही सरकार की ओर से इसकी मानिटरिंग भी की जाएगी, जिससे कि यह पता लगाया जा सके कि पैसे का सदुपयोग हो रहा है या नहीं। इस पहल की शुरुआत जनकपुरी से की गई है। क्षेत्र के विधायक राजेश ऋषि ने इलाके के आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों के साथ बैठक की और उन्हें योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
32 आरडब्ल्यूए ने कराया पंजीकरण
जनकपुरी क्षेत्र की विभिन्न कॉलोनियों से 32 आरडब्ल्यूए ने इस योजना का लाभ लेने के लिए पंजीकरण कराया है। इन 32 आरडब्ल्यूए के अंतर्गत क्षेत्र के करीब 100 पार्क आते हैं। आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों का कहना है कि यह योजना काफी अच्छी है। लेकिन इस योजना में निरंतरता बनी रहनी चाहिए।
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माली भी रख सकेंगे
विधायक राजेश ऋषि ने कहा कि आरडब्ल्यूए के पदाधिकारी पार्क की देखरेख के लिए एक माली रखेंगे। साथ ही पार्क में पर्यावरण हितैषी पौधे लगाए जाएंगे। साफ-सफाई की जिम्मेदारी भी आरडब्ल्यूए के जिम्मे ही होगी। उन्होंने कहा कि हमारा मकसद है कि इलाके के सभी पार्क हरियाली से आच्छादित होने के साथ ही सुंदर भी दिखाई दे।
किश्तों में मिलेगा पैसा
योजना के तहत आरडब्ल्यूए का पंजीकरण होने के साथ ही 50 प्रतिशत पैसा तुरंत दे दिया जाएगा। इसके छह माह बाद पार्क एंड गार्डन सोसायटी के अधिकारी पार्क में हुए विकास कार्यों का जायजा लेंगे और संतुष्ट होने पर 30 प्रतिशत पैसा फिर से दिया जाएगा। इसके दो महीने बाद फिर से आडिट होगा और बाकी के 20 प्रतिशत पैसे जारी किए जाएंगे।
चारदीवारी व अन्य कार्यों के लिए अलग से पैसा मिलेगा। मसलन अगर पार्क में चारदीवारी का निर्माण करना है या फिर पानी की मोटर खराब है तो इसके लिए अलग से पैसे दिए जाएंगे। जहां एसटीपी लगाने की जरूरत महसूस की जाएगी वहां पर इसे लगाया जाएगा।