मेकअप के उत्पाद खासकर काजल को एक-दो महीने में बदल देना चाहिए – डॉ. रीना

मेकअप के उत्पाद ख़ास तौर से आई लाइनर, काजल आंखों में एलर्जी का कारण बन रहे हैं,खुले होने के कारण यह संक्रमित हो सकते हैं

Noida न्यूज़ सेहत

Noida – नोएडा  के सेक्टर-26 में स्थित आई केयर अस्पताल में मंगलवार को इंटरनेशनल डे ऑफ एक्शन फोर वीमेंस हेल्थ मनाया गया. इस दौरान आयोजित मार्गदर्शन कार्यक्रम में वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. रीना चौधरी ने उपस्थितों का मार्गदर्शन करते हुए बताया कि मेकअप के उत्पाद ख़ास तौर से आई लाइनर, काजल आंखों में एलर्जी का कारण बन रहे हैं.

जिनसे इन्फेक्शन की समस्या बढ़ रही है. इन समस्याओं से बचने के लिए इन मेकअप उत्पादों को एक-दो महीनों के अंतराल पर  बदलते रहना चाहिए.

वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. रीना चौधरी ने बताया कि मेकअप के उत्पाद खासकर काजल को एक-दो महीने में बदल देना चाहिए, क्योंकि इनके खुले होने के कारण यह संक्रमित हो सकते हैं. जिससे आंखों को नुकसान होने का खतरा रहता है.  इसी तरह से आंखों के आसपास उपयोग होने वाले सौंदर्य प्रसाधन को भी बदलते रहना  चाहिए.

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अपने अनुभव सांझा करते हुए उन्होंने बताया कि ऐसी कई महिला मरीज इलाज के लिए आती हैं, जिन्हें आंखों में एलर्जी, संक्रमण, आदि की परेशानी होती है. आंखों की किसी भी तरह समस्या पर लोग गुलाबजल उपयोग कर लेते हैं, जो कि गलत है.  क्योंकि यह गुलाबजल उत्पाद भी कई दिनों से खुला रह कर संक्रमित हो सकता है. ऐसे संक्रमित उत्पाद प्रयोग करने से आंखें प्रभावित हो सकती हैं.

डॉ. रीना चौधरी ने बताया कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं की आंखों की रोशनी प्रभावित होने का खतरा अधिक होता है. नेत्रहीनता के अधिकतम मामले महिलाओं से जुड़े होते हैं. इनमे आंखों में रूखापन, मोतियाबिंद, ग्लूकोमा, डायबिटिक रेटिनोपैथी आदि बीमारियां महिलाओं में अधिक होती हैं. उन्होंने सलाह दी कि महिलाओं को वर्ष में एक बार तो भी आंख की पूरी जांच करानी चाहिए.

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