Mauni Amavasya 2023 : जानिए कब है मौनी अमावस्या, मौनी अमावस्या पर क्यों रखा जाता है मौन व्रत ?

सनातन धर्म की पौराणिक मान्यताओं के अनुसार माघ मास में पड़ने वाली अमावस्या को मौनी अमावस्या के नाम से जाना जाता है। हिंदू धर्म में मौनी अमावस्या का खासा महत्व है।

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Mauni Amavasya 2023: Know when is Mauni Amavasya, why is silent fast kept on Mauni Amavasya?

Mauni Amavasya 2023 : सनातन धर्म की पौराणिक मान्यताओं के अनुसार माघ मास में पड़ने वाली अमावस्या को मौनी अमावस्या के नाम से जाना जाता है। हिंदू धर्म में मौनी अमावस्या का खासा महत्व है। इस वर्ष मौनी अमावस्या 21 जनवरी को है। अंग्रेजी कैलेण्डर के अनुसार यह साल 2023 की पहली अमावस्या होगी। इस वर्ष मौनी अमावस्या 21 जनवरी दिन शनिवार को पड़ रही है। मौनी अमावस्या के दिन मौन व्रत रखने का विशेष महत्व है। सिटी स्पाइडी डॉट इन में जानिए मौनी अमावस्या से जुड़ी खास बातें।

क्यों रखा जाता है मौन व्रत

माना जाता है कि मौन शब्द मुनि से बना है। मौनी अमावस्या के दिन साधु संत मौन रहकर मन और वाणी को संयमित रखकर खुद को ईश्वर के ध्यान में तल्लीन रखते हैं जिससे उन्हें विशेष प्रकार की सिद्धियों की प्राप्ति होती है। पुरातन काल से ही यह परंपरा चली आ रही है। मान्यता है कि इस दिन यदि सामान्य लोग भी मन और वाणी को संयमित रखकर मौन व्रत रखते हैं तो उन्हें मुनिपद की प्राप्ति होती है और उनके जीवन से सभी प्रकार के पापों और कष्टों का शमन हो जाता है।

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वास्तव में मौन क्या है

मौन वास्तव में आपके मन को शुद्ध करने का एक तरीका है। मौन का तात्पर्य सिर्फ मुंह से बोलना बंद करना नहीं है। वास्तव में मौन का अर्थ अपने अंतर्मन को शांत, स्थिर और निर्मल बनाना। मौनी अमावस्या के दिन मौन रहकर व्यक्ति को न सिर्फ सभी प्रकार के विचारों को अपने मन से दूर रखना चाहिए बल्कि साथ ही अपने अंतर्मन में झांकर अपने मन की अशुद्धियों को दूर करने का प्रयास करना चाहिए। अपने मन को शांत करके प्रभु के नाम स्मरण करना चाहिए। मौन को एक प्रकार के तप की संज्ञा दी गई है। यदि मौनी अमावस्या के दिन कोई व्यक्ति पूरे दिन मौन व्रत रखता है तो उसके अंदर की नकारात्मकता दूर होती है और साथ ही आध्यात्मिकता का विकास होता है।

मौनी अमावस्या को स्नान और दान का महत्व

मौनी अमावस्या के दिन स्नान और दान का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि इस दिन पवित्र नदियों में देवता भी स्नान करते हैं। इसीलिए लिए बहुत से लोग मौनी अमावस्या के दिन गंगा और यमुना जैसी नदियों में स्नान करते हैं। यदि कोई किसी कारण वश नदी पर स्नान के लिए नहीं जा सकते तो वे घर पर पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें और अपने सामर्थ्य के अनुसार दान पुण्य करें। मान्यता है कि मौनी अमावस्या के दिन दान पुण्य का कई गुना फल प्राप्त होता है।

मौनी अमावस्या का शुभ मुहूर्त

मौनी अमावस्या 21 जनवरी 2023 को सुबह 6 :17 से शुरु होगी और इसका समापन 22 जनवरी 2023 को सुबह 02:22 मिनट पर होगा। मौनी अमावस्या का स्नान दान और व्रत आदि 21 जनवरी दिन शनिवार को किया जाएगा।

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