नई दिल्ली :- दिल्ली नगर निगम, नजफगढ़ जोन ने द्वारका को प्लास्टिक से मुक्त करने के लिए स्थानीय लोगों को जाग्रत करते हुए संकल्प लिया. गुरुवार को द्वारका सेक्टर 22 और 23 के बाजार क्षेत्र में आयोजित एक कार्यक्रम में एमसीडी के अधिकारियों ने द्वारका क्षेत्र को प्लास्टिक मुक्त बनाने के अपने मिशन के सन्दर्भ में विस्तृत जानकारी दी.
बता दें कि यह दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना द्वारा दिल्ली को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए पूर्व में घोषित किए गए प्रमुख कार्यक्रम का एक हिस्सा था. विगत 22 जनवरी को, एलजी वीके सक्सेना ने नगर निगम के तहत क्षेत्रों को प्लास्टिक मुक्त बनाने के उद्देश्य से 100 दिवसीय अभियान शुरू किया था, दिल्ली नगर निगम (MCD) के नेतृत्व में ‘100 डेज़ टू बीट प्लास्टिक’ अभियान आगामी 22 अप्रैल को अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी दिवस पर संपन्न होगा.
कार्यक्रम के अध्यक्ष पद पर क्षेत्र की पार्षदा कमलजीत सहरावत मौजूद थे. कार्यक्रम का आयोजन एमसीडी द्वारा विभिन्न आरडब्ल्यूए, एनजीओ और बाजार संघों , ऑल द्वारका रेजिडेंट फेडरेशन (एडीआरएफ) के सहयोग से किया गया था. इस अवसर पर नजफगढ़ जोन के सहायक आयुक्त कदम सिंह व क्षेत्र की पार्षदा कमलजीत सहरावत प्रमुख रूप से उपस्थित थे. सहायक आयुक्त कदम सिंह ने सभा को संबोधित किया और प्लास्टिक मुक्त द्वारका की अवधारणा और उपराज्यपाल द्वारा घोषित अभियान को सफल बनाने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि आरडब्ल्यूए, बाजार संघों और गैर सरकारी संगठनों की भागीदारी से पूरे शहर को प्लास्टिक मुक्त बनाया जाएगा.
पार्षदा कमलजीत सहरावत ने अपने संबोधन में लोगों से एमसीडी के मिशन में आगे आने और हाथ मिलाने की अपील की. उन्होंने एमसीडी को नागरिकों की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया. पार्षदा सहरावत ने कहा कि क्यों न हम द्वारका को इंदौर व अन्य शहरों की तरह बनाने का प्रयास करें. उन्होंने द्वारका को प्लास्टिक से मुक्त करने के लिए सामूहिक प्रयास करने व दिल्ली को साबित करके दिखा देने की अपील भी की.