राहगीरों के लिए ने जेब्रा क्रॉसिंग न संकेतक, कैसे करें सड़क पार

नई दिल्ली। तेज रफ्तार वाहनों के बीच दिल्ली की सड़कों को पार करना राहगीरों के लिए कहीं भी आसान नहीं है। पश्चिमी दिल्ली की बात करें उपनगरी द्वारका सहित इलाके में सुरक्षित सड़क पार करना क्षेत्र में सबसे बड़ी चुनौती है। व्यस्त सड़कों पर कहीं जेब्रा क्रॉसिंग नहीं है तो कहीं फुट ओवरब्रिज की जरूरत को […]

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नई दिल्ली। तेज रफ्तार वाहनों के बीच दिल्ली की सड़कों को पार करना राहगीरों के लिए कहीं भी आसान नहीं है। पश्चिमी दिल्ली की बात करें उपनगरी द्वारका सहित इलाके में सुरक्षित सड़क पार करना क्षेत्र में सबसे बड़ी चुनौती है। व्यस्त सड़कों पर कहीं जेब्रा क्रॉसिंग नहीं है तो कहीं फुट ओवरब्रिज की जरूरत को नजरअंदाज किया गया है। लोग जैसे ही सड़क पार करने के लिए निकलते हैं, वैसे ही अचानक वाहनों के आने से कई बार सड़क दुर्घटनाएं हो जाती हैं।

पश्चिमी दिल्ली की लाइफलाइन कही जाने वाली नजफगढ़ रोड पर कम से कम एक दर्जन से अधिक अतिव्यस्त चौराहे हैं। लेकिन, पैदल यात्रियों के लिए केवल जनकपुरी डिस्ट्रिक्ट सेंटर के सामने बने फुटओवर ब्रिज व महावीर नगर, तिलकनगर, टैगोर गार्डन, मोती नगर स्थित सबवे ( पैदल पार पथ) हैं। पैदल यात्री को इन जगहों के अलावा यदि कहीं सड़क पार करना हो तो वे जान जोखिम में डालकर सड़क पार करते हैं। यही हाल बाहरी रिंग रोड व पंखा रोड पर भी नजर आता है। सुनियोजित कही जाने वाली उपनगरी द्वारका में भी एकाध जगहों के अलावा यातायात पुलिस का पैदल यात्रियों के प्रति ऐसा ही उपेक्षित रवैया नजर आता है। हालांकि उपनगरी द्वारका में अभी दो जगहों पर फुट ओवरब्रिज का निर्माण कार्य शुरू हुआ है, लेकिन जरूरत अभी कई चौराहों पर फुट ओवरब्रिज बनाने की है।

सुबह व शाम के समय स्थिति गंभीर

पैदल यात्रियों को सबसे अधिक समस्या सुबह व शाम के समय झेलनी पड़ती है। इस वक्त वाहनों की रफ्तार सबसे अधिक तेज होती है। चौराहे पर वाहनों के लिए एक के बाद एक सिग्नल लाल व हरे होते हैं। ऐसे में वाहनों के बीच से गुजरना ही उनके लिए एकमात्र उपाय है।

जेब्रा क्रॉसिंग भी नदारद

राहगीर सड़क पार कर सकें इसके लिए जेब्रा क्रॉसिंग का प्रावधान किया जाता है। आश्चर्य की बात है कि क्षेत्र में अधिकांश चौराहों या तिराहों पर जेब्रा क्रॉसिंग बनाया ही नहीं गया है। जहां हैं, वहां जेब्रा कॉसिंग की लकीरें नजर ही नहीं आती हैं। किसी प्रकार के संकेतक के अभाव के कारण वाहन चालक अपनी रफ्तार पर ब्रेक लगाने को तैयार नहीं होते हैं। नतीजतन, राहगीर मजबूरी में जान जोखिम में डालकर सड़क पार करते हैं।

यहां यहां है जरूरत :

पैडेस्ट्रियन सिग्नल की जरूरत वाले चौराहे व तिराहे

– उत्तम नगर चौराहा

– शिवाजी मार्ग चौराहा

– जनकपुरी सी-वन चौराहा

– द्वारका मोड़

– मंगलापुरी लाल बत्ती

– राजौरी गार्डन चौराहा

– डाबड़ी

– द्वारका सेक्टर एक

– आर्य समाज रोड के सामने

समय के साथ उपनगरी की सड़कों पर वाहनों का दबाव बढ़ रहा है। उपनगरी द्वारका में कम से कम एक दर्जन जगहों पर फुट ओवरब्रिज की जरूरत है। लेकिन सरकारी एजेंसियां राहगीरों की परेशानियों को नजरअंदाज कर रही हैं।

प्रोमिका मलिक, सेक्टर 22, द्वारका

पश्चिमी दिल्ली की सर्वाधिक व्यस्त सड़क नजफगढ़ रोड पर द्वारका मोड़ से विकासपुरी के बीच सड़क पार करने के लिए कहीं भी पैदल यात्रियों के लिए सिग्नल का प्रावधान नहीं है। जेब्रा क्रॉसिंग की लकीरें कहीं भी नजर नहीं आती हैं।

राकेश, प्रधान, नंदराम पार्क

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