Noida: नोएडा प्राधिकरण (Noida Authority) के कार्यकर्ता बिगड़ती वायु गुणवत्ता से निपटने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में एंटी-स्मॉग गन लगा रहे हैं और पानी का छिड़काव कर रहे हैं। ये धूल से होने वाले प्रदूषण को कम करने में भी मदद करेंगे।
गौरतलब है कि हाल ही में अक्टूबर में हुई बारिश के बाद दिल्ली एनसीआर में एक बार फिर हवा की गुणवत्ता खराब हो गई है। यह एक चिंता का विषय है क्योंकि दिवाली आने ही वाली है। उत्तर प्रदेश राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार अक्टूबर में दोपहर 1:30 बजे तक नोएडा में वायु गुणवत्ता एक्सप्रेस जेनिथ में 272, नॉलेज पार्क 3 में 219, सेक्टर 1 नोएडा में 265 और सेक्टर 62 नोएडा में 206 थी। ये सभी आंकड़ें नोएडा में खराब एक्यूआई को दर्शाते हैं।
सिटीस्पाइडी ने पर्यावरणविद् विक्रांत तोंगड से संपर्क किया, जो एक स्व-प्रशिक्षित पर्यावरण संरक्षणवादी हैं। वे कहते हैं, “दिल्ली एनसीआर के लिए घटती वायु गुणवत्ता चिंता का विषय है। विशेष रूप से दिवाली के मौसम में, जिन लोगों को सांस लेने में समस्या होती है और वे अस्थमा से पीड़ित होते हैं, उन्हें इससे बहुत परेशानी होती है। एक्यूआई कभी-कभी 500 तक भी पहुंच जाता है।”
प्राधिकरण की इस पहल के बारे में बात करते हुए, वे कहते हैं, “मुझे नहीं लगता कि एंटी-स्मॉग गन या पानी के छिड़काव से वायु गुणवत्ता में सुधार हो सकता है। इसके लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के तहत बताए गए बिंदुओं के कार्यान्वयन की आवश्यकता है। इसके अलावा, वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए सरकारें और निवासियों द्वारा व्यक्तिगत कदम लेना जरूरी है और अधिकारियों के सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है।

हमने इस पर उनके विचार जानने के लिए नोएडा प्राधिकरण से संपर्क करने की भी कोशिश की लेकिन संपर्क नहीं हो सका।