Noida: मानसून की दस्तक के साथ डेंगू और मलेरिया का प्रकोप भी बढ़ने लगता है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने इस बार पहले से ही इस महामारी से निपटने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। डिप्टी सीएमओ सुनील दोहरे ने बताया कि इस बार डेंगू और मलेरिया के मरीजों के के रोकथाम के लिए सीएस प्रो एप लॉन्च किया गया है। स्वास्थ्य विभाग इस एप के माध्यम से मिलने वाली जानकारी के आधार पर मलेरिया और डेंगू के प्रभावित क्षेत्र में फागिंग और दवाओं का छिड़काव करवाएगा। डेंगू और मलेरिया के रोगियों की सूचना मिलने के बाद रैपिड रिस्पांस टीम ग्राम पंचायत संबंधित विकास प्राधिकरण की मदद से यह काम करेगी।
डिप्टी सीएमओ दोहरे बताते हैं कि सीएस प्रो ऐप में रोगियों की उपस्थिति दर्ज की जाएगी और जानकारी मिलने के बाद रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) एक्शन लेगी। यह एप रियल टाइम मॉनिटरिंग और फॉलोअप पर आधारित है। इस एप में जिला मलेरिया अधिकारी और सभी मलेरिया निरीक्षक जुड़े होंगे और वह मच्छर के लारवा की स्थिति की जानकारी पोर्टल पर दर्ज करेंगे। आशा वर्कर को हर महीने कम से कम पांच लोगों की ब्लड स्लाइड या रैपिड डायग्नोस्टिक जांच करनी होगी और मरीज के पॉजिटिव पाए जाने पर संबंधित चिकित्सा इकाई पर जाकर पोर्टल पर उसकी जानकारी दर्ज करानी होगी, ताकि संवेदनशील क्षेत्रों में कार्रवाई की जा सके।
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इसके अलावा पांच सदस्य रैपिड रिस्पांस टीम में शामिल चिकित्सक और फार्मासिस्ट, एलटी कैंप लगाकर कार्रवाई करेंगे। सुनील दोहरे कहते हैं कि इससे जिला स्तरीय अस्पतालों के सीएमएस, सीएससी के चिकित्सा अधीक्षक और पीएससी के प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को पोर्टल के माध्यम से अपने क्षेत्र में बुखार के मरीजों की जानकारी तत्काल मिलेगी और आरआर टीम उसी दिन मौके पर पहुंचकर लावारोधी कार्यवाही करना शुरू कर देगी।