Faridabad: एनआइटी स्थित डीएवी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के रिसर्च प्रमोशन सेल द्वारा 12 से 16 जुलाई तक उन्नत डेटा विश्लेषण के लिए अनुसंधान पद्धति: उपकरण और तकनीकी पर पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। कार्यशाला में चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के विद्वान वक्ता डॉ अतुल शिवा, जालंधर के डीएवी विश्वविद्यालय से डॉ. माणिक शर्मा, दिल्ली विश्वविद्यालय के संकाय, वाणिज्य और व्यवसाय, डॉ. एच के दांगी और डीएवी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट से डॉ. सुनीता बिश्नोई सत्र के मुख्य वक्ता हैं।
कार्यशाला का आयोजन महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक के प्रबंधन अध्ययन एवं अनुसंधान संस्थान (आईएमएसएआर) के सहयोग से किया जा रहा है, जो उत्तर भारत के प्रतिष्ठित प्रबंधन स्कूलों में से एक है। कार्यशाला का उद्घाटन प्रोफेसर डॉ. सत्यवान बड़ौदा, निदेशक आईएमएसएआर, एमडी विश्वविद्यालय ,डॉ प्रदीप अहलावत, एमडी विश्वविद्यालय के आईएमएसएआर के प्रोफेसर और प्रोफेसर डॉ रवि निदेशक आईएमटी, फरीदाबाद की उपस्थिति के साथ किया गया। अनुसंधान कार्यशाला व्यवस्थित साहित्य समीक्षा (एसएलआर) और मेटा-विश्लेषण जैसी नवीनतम अनुसंधान तकनीकों का ज्ञान प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करेगी और संरचनात्मक समीकरण मॉडलिंग (एसईएम) को भी कवर करेगी। जो जटिल संबंधों का परीक्षण करने के लिए एक बहुत ही बहुमुखी और शक्तिशाली विधि है।
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प्रधान निदेशक डॉ सतीश आहूजा ने इस तरह की अद्भुत कार्यशाला के आयोजन के लिए डॉ सुनीता बिश्नोई की अध्यक्षता में अनुसंधान संवर्धन प्रकोष्ठ की टीम के सदस्यों डॉ गुरजीत कौर, सुश्री प्रीति बाली, डॉ जूही कोहली, डॉ दीपक शर्मा, सुश्री रितु गौतम और सुश्री अर्चना मित्तल और मीडिया कवरेज के लिए सुश्री रीमा नांगिया और सुश्री वंदना जैन के प्रयासों की सराहना की।
उप प्राचार्य डॉ रितु गांधी अरोड़ा ने वक्ताओं को उनके व्यावहारिक शब्दों के लिए धन्यवाद दिया। आशा व्यक्त की कि पांच दिनों में प्रतिभागी विद्वान वक्ताओं से सीखने में सक्षम होंगे, जो अध्ययन के अपने विशिष्ट क्षेत्रों में विशेषज्ञ हैं।