गर्मी में ठंडक पहुंचाए शिमला की वादियाँ

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला भारत के सबसे लोकप्रिय हिल स्टेशनों में से एक है . आम तौर पर जब भी कहीं सर्दी यां सुहाने मौसम की बात निकलती है तो लोग अनायस ही शिमला जैसा मौसम कह कर अतिश्योक्ति करते हैं. घने जंगलों से भरा यह क्षेत्र समुद्र तल से लगभग 2,205 मीटर ऊपर […]

घुमक्कड़ी ज़िंदगीनामा न्यूज़

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला भारत के सबसे लोकप्रिय हिल स्टेशनों में से एक है . आम तौर पर जब भी कहीं सर्दी यां सुहाने मौसम की बात निकलती है तो लोग अनायस ही शिमला जैसा मौसम कह कर अतिश्योक्ति करते हैं. घने जंगलों से भरा यह क्षेत्र समुद्र तल से लगभग 2,205 मीटर ऊपर है. अंग्रेजों ने वर्ष 1863 में, शिमला को ग्रीष्मकालीन राजधानी बना दिया था.

 मॉल रोड –

शिमला में ट्रैफिक को ध्यान में रखकर अंग्रेजों ने मॉल रोड का निर्माण किया था. शिमला की मुख्य सड़क, माल रोड शिमला में व्यापार करने के लिए सबसे व्यस्त स्थानों में से एक है,यह शहर के बीच पूर्व में बार्न्स कोर्ट से लेकर पश्चिम में वाइस रीगल लॉज तक फैला हुआ है.

हिमाचल राज्य संग्रहालय-

शिमला में हिमाचल राज्य संग्रहालय शिमला एक विक्टोरियन-युग के घर में है जिसे “इनवर्र्म” कहा जाता है, जिसे बाद में संग्रहालय में बदल दिया गया था. 1860 के दशक में, जनरल इनेस के पास मिट्टी की छत वाला एक छोटा सा आकर्षक व कलात्मक घर था, जिसे इनवर्र्म कहा जाता था. बाद में सिरमौर के शासक ने इसे खरीद लिया और फिर शाही सरकार ने इसे अपने अधिकार में ले लिया. वर्ष 1973 में, हिमाचल राज्य संग्रहालय को भवन में स्थानांतरित कर दिया गया.

समर हिल –

शिमला को बनाने वाली सात पहाड़ियों में से एक, समर हिल सबसे सुंदर और आकर्षक है. पहाड़ी प्रसिद्ध शिमला रिज से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर है. यह स्थान समुद्र तल से लगभग 2100 फीट ऊपर है, और देश भर से लोग शांत, आरामदेह वातावरण और हरियाली का आनंद लेने के लिए छुट्टियाँ बिताने आते हैं. समर हिल के आसपास के ऊँचे सफेद पहाड़ देखते ही बनते हैं. शिमला से लगभग 16 किमी दूर एक सुंदर और रोमांचक पर्यटन स्थल कुफरी सबसे अच्छी जगह है.

रिज सड़क –

बर्फबारी से लेकर बर्फ पिघलने तक सैकड़ों पर्यटक यहाँ आते हैं. यह क्षेत्र अपनी खड़ी ढलानों और गहरी घाटियों के लिए जाना जाता है. रिज शिमला मॉल रोड के किनारे सबसे अधिक फोटो खिंचवाने वाली पॉपुलर चौड़ी खुली सड़क है. यह शिमला के केंद्र में है, इसे “ब्रिटिश ग्रीष्मकालीन राजधानी” के रूप में जाना जाता है. शिमला जाने वाले यहाँ खिचवाई फोटो को ब्रिटिश कल्चर के कॉम्बिनेशन के साथ यादगार के रूप में अपने घरों में सजाते दिखाई दे जायेंगें. शिमला के इस इलाके में गॉथिक इमारते देखने को मिल जायेंगीं.

चैल हिल स्टेशन-

चैल शिमला के पास एक शांत हिल स्टेशन है. यह दुनिया के सबसे ऊंचे क्रिकेट मैदान और चैल पैलेस के लिए जाना जाता है, जो एक हेरिटेज होटल है. चैल समुद्र तल से 2,250 मीटर ऊपर है और इसके चारों ओर चीड़ और देवदार के पेड़ हैं. चैल तीन पहाड़ियों से बना है, जिन्हें पांडेवा, राजगढ़ और साध टिब्बा कहा जाता है.

नारकंडा –

नारकंडा 9000 फीट की ऊंचाई पर है , इसकी अलौकिक प्राकृतिक सुंदरता और इसे खूबसूरत सेब के बगीचे के लिए जाना जाता है. नारकंडा में, तनु जबर झील नामक एक झील भी है, जो घूमने के लिए सबसे लोकप्रिय स्थानों में से एक है. नारकंडा में ट्रेकिंग के रास्ते भी है जो लोग को आकर्षित करते हैं
चैडविक जलप्रपात वनमें है. इस जलप्रपात का पानी 100 मीटर ऊपर से नीचे गिरता है जो देखने में बहुत ही आकर्षक लगता है. चैडविक नाम स्थानीय शब्द “चिदकू झार” से आया है, जहां “चिदकू” का अर्थ “गौरैया” और “झार” का अर्थ “झरना” है. इलाके के लोगों का मानना था कि झरने के ऊपर सिर्फ गौरैया ही जा सकती हैं.

जाखू  मंदिर –

शिमला का उल्लेख प्राचीन हिंदू ग्रंथों, वेदों में किया गया था ऐसा इसलिए क्योंकि भगवान हनुमान ने जड़ी-बूटी की तलाश करते हुए वहां विश्राम किया था. पौराणिक कथाओं के अनुसार राम-रावण युद्ध के दौरान लक्ष्मण जी के मूर्छित हो जाने पर संजीवनी बूटी लेने के लिए हिमालय की ओर आकाश मार्ग से जाते हुए हनुमान जी की नजर यहां तपस्या कर रहे यक्ष ऋषि पर पड़ी. बाद में इसका नाम यक्ष ऋषि के नाम पर ही यक्ष से याक, याक से याकू, याकू से जाखू तक बदलता गया.

शिमला के जाखू में स्थित हनुमान मंदिर एक विश्व प्रसिद्ध मंदिर है जहां देश-विदेश से लोग दर्शन करने आते हैं. मान्यता यह भी है कि हनुमान जी विश्राम करने और संजीवनी बूटी का परिचय प्राप्त करने के लिए जाखू पर्वत के जिस स्थान पर उतरे, वहां आज भी उनके पद चिह्नों को संगमरमर से बनवा कर रखा गया है.

परिवार के साथ छुट्टियाँ मनाएं शिमला में. जाखू मंदिर, नारकंडा, माल रोड और भी है बहुत कुछ