Delhi: विकासपुरी व आसपास के पार्कों में इन दिनों उद्यान विभाग एक ओर हरियाली बढ़ाने की कोशिश में जुटा है तो दूसरी ओर पार्कों में चारदीवारी का न होना उनकी मेहनत पर पानी फेर रहा है। यह समस्या सबसे अधिक विकासपुरी, उत्तम नगर, ओम विहार में नजर आती है। इस समस्या से डीडीए व निगम दोनों के पार्क जूझ रहे हैं। विकासपुरी के पार्को में केशोपुर, हस्तसाल व उत्तम नगर में हस्तसाल व ओम विहार इलाके की डेयरियाें से बेसहारा पशु पहुंचकर हरियाल को चट करने लगते हैं।
सैर करने से लोग कर रहे तौबा
पार्क में सैर करने के दौरान यदि आपका सामना किसी बेसहारा पशु से हो जाए तो समझ सकते हैं कि आपके लिए कितनी अहसज स्थिति पैदा होने वाली बात होगी। उत्तम नगर निवासी राम सिंह बताते हैं कि ए 2 इलाके में जो पार्क हैं, वहां बेसहारा पशु खासकर गाय कब कहां आ जाए, आपको पता नहीं होता। आलम यह है कि लोग सामने देखने के साथ साथ सैर के दौरान पीछे भी मुड़ मुड़कर देखते रहते हैं।
चारदीवारी सही फिर भी हो रहे दाखिल
कुछ ऐसे भी पार्क हैं, जहां चारदीवारी तो पूरी है, फिर भी बेसहारा पशु दाखिल हो जाते हैं। क्या है इसका कारण। विकासपुरी निवासी मलविंदर बताते हैं कि बेसहारा पशुओं ने उन रास्तों से दाखिल होना सीख लिया है जिससे आदमी दाखिल होते हैं। ये पशु जिगजैग वाले प्रवेश गेट से भी पार्क में दाखिल हो जाते हैं। दरअसल पशुओं ने स्थानीय परिवेष के अनुसार खुद को ढाल लिया है।
समस्या का कारण
बेसहारा पशुओं की समस्या के पीछे मूल कारण इलाके में चल रही अवैध डेयरियां हैं। डेयरी मालिक इन पशुओं का इस्तेमाल केवल दूध निकालने में करते हैं। जब डेयरी मालिकों को दूध निकालना होता है, तब ये गायों को डेयरी में लेकर आते हैं और दूध निकालने के बाद उन्हें खुले में छोड़ देते हैं। निगम की ओर से कभी कभार जब डेयरियों पर छापेमारी की जाती है तो उन्हें वहां एक भी पशु नजर नहीं आता है। कई लोगों ने शिकायत की लेकिन कुछ होता नहीं।