Dwarka: विविधताओं से भरे देश भारत की अनेकता में एकता से पूरी दुनिया वाकिफ है। देश की सांस्कृतिक विविधता से युवा पीढ़ी परिचित हो, इसे ध्यान में रखते हुए द्वारका स्थित नेताजी सुभाष प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (NSUT) परिसर में सात दिवसीय ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है। यहां देश के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में छात्र जुटे हैं। रोजाना यहां सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
एनएसयूटी के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. प्रवीण सरोहा ने बताया कि यहां विभिन्न प्रदेशों से आए विद्यार्थी आपसी संवाद में न केवल अपनी भाषा का आदान प्रदान कर रहे हैं, बल्कि वे अपनी संस्कृति से भी लोगों को अवगत करा रहे हैं। एक ही मंच पर शास्त्रीय नृत्य भरतनाट्यम से लेकर कंटैम्प्रेरी देखना एक सुखद एहसास है। इसी मंच पर दक्षिण भारत के विभिन्न प्रदेशों से आए बच्चे भांगड़ा नृत्य भी देखकर आनंदित हो रहे हैं।
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कार्यक्रम में कमल व वंदना समूह के शिक्षण संस्थानों के चेयरमैन वीपी टंडन भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन समय-समय पर दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में होना चाहिए।
द्वारका के लोगों ने की तारीफ
द्वारका के कई निवासियों के बच्चे एनएसयूटी में पढ़ रहे हैं। उन्होंने इस कार्यक्रम की काफी तारीफ की है। उनका कहना है कि इस तरह के आयोजन से देश की युवा पीढ़ी को भारत की सांस्कृतिक विविधता का ज्ञान हो रहा है। इससे उनके भीतर सह अस्तित्व व सहनशीलता जैसे गुण का विकास होगा, जो इस कार्यक्रम के साक्षी हैं, उनके माध्यम से तमाम जानकारियां दूसरों के पास पहुंचेंगी। अच्छी बात यह है कि यह सब द्वारका में हो रहा है।
द्वारका लोक कल्याण मंच के अध्यक्ष डीपी वाजपेयी ने कहा कि उपनगरी द्वारका स्वयं अपने-आप में लघु भारत से कम नहीं है। यह द्वारका का सौभाग्य है कि यहां एक भारत श्रेष्ठ भारत की थीम पर आधारित कार्यकम आयोजित किए जा रहे हैं।