Surajkund Crafts Mela 2023: हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी फरीदाबाद के सूरजकुंड में 36वां अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला आज से शुरु हो गया है। यह मेला 3 फरवरी से शुरु होकर 19 फरवरी तक चलेगा। यह मेला सुबह 10:30 से शुरु होकर रात में 8:30 बजे तक चलेगा। इस वर्ष सूरजकुंड मेले में 45 देशों से विदेशी आर्टिस्ट हिस्सा लेने आ रहे हैं।
हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी सूरजकुंड मेले को सजाने के लिए अलग प्रकार की थीम रखी गई है। इस बार मेले में पूर्वोत्तर के आठ राज्यों, असम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, सिक्किम, मणिपूर, मेघालय, मिजोरम और त्रिपुरा को थीम स्टेट बनाया गया है। इस वर्ष मेले में इन स्टेट की संस्कृति से लेकर खानपान तक का आनंद लिया जा सकता है।
इस वर्ष सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले में लगभग पच्चीस सालों के बाद पूर्वोत्तर राज्यों के व्यंजनों को चखने का मौका मिलेगा। यहां पर फूड्स के लिए अलग से पचास स्टाल लगाई जा रही हैं। मेले में पिज्जा से लेकर बाजरे की रोटी तक के जायका का मजा लिया जा सकता है। मणिपुर की चाहाओ खीर, मेघालय की फ्रूटचाट, त्रिपुरा की भंगुई बिरयानी, हरियाणा की बाजरे की रोटी और कढ़ी का स्वाद और पूर्वोत्तर राज्यों की बैंबू बिरयानी का आनंद भी इस साल मेले में लिया जा सकेगा।
गौरतलब है कि सूरजकुंड मेला भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है। सूरजकुंड मेले की शुरुआत 1987 में हुई थी। इसका मुख्य उद्देश्य भारत में मौजूद अद्भुत और लुप्त हो रही कलाओं को बढ़ावा देना है। सूरजकुंड मेले में जाने के लिए टिकट लेनी होती है। इस मेले में आप पचास रुपए से लेकर 100 रुपए में कई सारी चीजें खरीद सकते हैं। इस साल सूरजकुंड मेले में 45 देशों के देशी विदेशी कलाकार और शिल्पकार भी अपनी लोककला, परंपराओं और संस्कृति को पेश करेंगे। यह संख्या विगत वर्ष के मुकाबले करीब करीब दोगुनी है।
इस बार सूरजकुंड मेले के टिकट बुक माई शो के माध्यम से भी खरीदे जा सकते हैं। आनलाइन टिकट खरीदने पर सप्ताहंत और छुट्टी के दिन दस फीसदी और अन्य दिनों में पांच फीसदी की छूट मिलेगी। टिकट की कीमत वीकेंड और छुट्टी के दिन 180 रुपए और सामान्य दिनों में 120 रुपए है। दिव्यांग, वरिष्ठ नागरिकों और कॉलेज के छात्रों के लिए टिकट पर छूट रहेगी।