Greater Noida- मंगलवार को उत्तर प्रदेश बोर्ड के परीक्षा परिणाम सामने आने के बाद से गरीबी, हालात व संघर्ष से जूझते सफल बच्चों की दास्ताँ सामने आने लगी है. मेहनत मजदूरी करने वाले माता पिता यां रिश्तेदारों के घर रहकर परिस्थितियों से समझोता कर इन बच्चों ने एक मिसाल कायम की है. इन्ही में से एक हैं तनु,जिसने अपने मामा के यहाँ रहकर इंटर की परीक्षा में 90 प्रतिशत अंक प्राप्त कर जिले में उन्होंने आठवां स्थान प्राप्त किया.
तनु बचपन से ही होनहार बताई जाती हैं. तनु के माता पिता दोनों मजदूर हैं. इससे पहले भी तनु ने हाईस्कूल की परीक्षा में भी 88.80 प्रतिशत अंक प्राप्त किये थे. दो वर्ष पूर्व दी गई इस परीक्षा में तनु ने पहले दस में जगह बनाई थी, उनकी इस सफलता का सिलसिला इंटर परीक्षा में लगातार जारी रहा.तनु बड़े होकर विज्ञानी बनकर देश की सेवा करना चाहती है.
ये भी पढ़ें: गौर सिटी 14 एवेन्यू के एल टावर में लगी भीषण आग
अलीगढ़ के चंडौस कस्बे में रहने वाली तनु अपने पिता संजीव व मां मंजू छोटी बेटी हैं, उनसे बड़ी एक बहन भी है. मजदूर परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण बच्चों के पालन पोषण व शिक्षा में दिक्कत आ रही थी. तनु के मेधावी होने के कारण परिवार उन्हें पढाना चाहता था.
तनु की इसी उनकी लगन को देखते हुए रबूपुरा में रहने वाले उसके मामा विनोद उसे अपने पास ले आए. मामा विनोद की भी माली हालत बहुत अच्छी नहीं है. वह एक गार्मेंट की दुकान में नौकरी करते हैं, लेकिन उन्होंने तनु की पढ़ाई में पैसों की कमी को आड़े नहीं आने दिया. तनु को पढ़ाई में मामा के साथ साथ माता-पिता का भी निरंतर सहयोग मिलता रहा.
तनु ने इंटर परीक्षा में अपने पुराने हाईस्कूल की सफलता को दोहराने का संकल्प ले रखा था. इसके लिए उसने नियमित रूप से आठ से दस घंटे तक पढ़ाई की. मन लगाकर पढ़ाई करने का परिणाम कक्षा में लगातार अच्छे नंबरों के रूप में सामने आया.
आर्थिक हालत सही न होने के कारण तनु ने स्वयं से अध्धयन करते हुए यह सफलता अर्जित की. पैसों की कमी के कारण उसने कोई ट्यूशन नहीं लगाईं. पढ़ाई के दौरान जब कभी आवश्यकता हुई तब उसने स्कूल के अध्यापकों से सहायता ली .