वैसे तो नोएडा (Noida)अपने आईटी पार्क, बड़े-बड़े शॉपिंग मॉल्स, विश्वविद्यालयों के अलावा काफी ऊंची कीमतों वाले घरों के लिए पहले से ही मशहूर है, लेकिन आजकल नोएडा की इन ख़ूबियों के साथ-साथ ही नोएडा की दीवारें भी सुंदर पेंटिग्स और भित्ति चित्रों से दर्शकों का मन मोह रही हैं।
नोएडा प्राधिकरण (Noida Authority) एचसीएल फाउंडेशन के सहयोग से नोएडा के सौंदर्यीकरण की दिशा में सक्रिय है। उन्होंने मिलकर स्वच्छ नोएडा, ग्रीन नोएडा और सुंदर नोएडा बनाने का संकल्प लिया है।
#SwachhSurvekshan2022 wall paintings being done all around city centre , Logix mall, degree college , golf course , sec -37 by @noida_authority in collaboration with @HCL_Foundation pic.twitter.com/NxME2KklqF
— CEO, NOIDA Authority #IndiaFightsCorona (@CeoNoida) March 27, 2022
इसी श्रृंखला में नोएडा की दीवारों को तरह-तरह की पेटिंग्स से चित्रित किया गया है। इन पर हिंदू देवी-देवताओं से लेकर लोक कला, आदिवासी कला, पशु-पक्षियों और प्राकृतिक दृश्यों तक की पेंटिंग्स बनाई गई हैं। कलात्मक रंगों से रंगी ये दीवारें औद्योगिक इमारतों के विपरीत शान से खड़ी हैं, जो देखने वालों की आंखों को सुकून देती हैं।
पेटिंग करने से पहले दीवारों को अच्छी तरह से साफ किया गया था। एचसीएल फाउंडेशन के वॉलेंटियर्स ने दीवारों से पुराने और फटे पोस्टरों को हटा दिया है। अब किसी को भी शहर की दीवारों पर पोस्टर लगाने की अनुमति नहीं है। ऐसा करने वालों पर जुर्माने का प्रावधान कर दिया गया है।
एचसीएल फाउंडेशन के प्रोजेक्ट डायरेक्टर आलोक वर्मा कहते हैं कि दो साल पहले हमने क्लीन नोएडा अभियान की शुरुआत की थी। उस समय हमने सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट और शहर में हरियाली बढ़ाने की दिशा में भी काम किया था। हमारा मुख्य उद्देश्य लोगों को शिक्षित करना था, ताकि कोई भी दीवारों पर गंदगी न फैलाए। सड़कों के आस-पास कचरे का ढेर न लगाए। स्वच्छ नोएडा के पीछे मुख्य उद्देश्य अपशिष्ट इकट्ठा करने और प्रबंधन की प्रक्रिया को आसान, कुशल, स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल बनाना है।
आलोक वर्मा ने सिटीस्पाइडी को आगे बताया कि कैसे उन्होंने नोएडा प्राधिकरण के साथ सौंदर्यीकरण की योजना बनाई थी। शहर के एक सर्वे के बाद हमने देखा कि सार्वजनिक स्थानों के सौंदर्यीकरण की सख्त जरूरत है। हमने आकृति आधारित कलाकृतियों के साथ छोटी दीवारों को पेंट करना शुरू कर दिया। हमारा मुख्य उद्देश्य कुछ ऐसा था कि लोग चित्रित दीवारों को देखकर आनंद ले सकें।