Dwarka: पर्यावरण संरक्षण को लेकर बड़ी- बड़ी बातें तो खूब होती हैं, लेकिन बात तब बनें जब बातें कम और काम ज्यादा हो। उपनगरी द्वारका की महिलाएं अब पर्यावरण संरक्षण को लेकर बातें कम और कम ज्यादा करने में जुटी हैं। उपनगरी में महिलाओं से जुड़ी संस्था एसोसिएशन आफ नेबरहुड लेडीज गेट टूगेदर (ANLGT) ने उपनगरी में पौधारोपण अभियान शुरू किया है। पूरे एक वर्ष तक चलने वाले इस अभियान का लक्ष्य उपनगरी के सभी हिस्सों में पहुंचकर लोगों को अधिक से अधिक पौधे लगाने के लिए प्रेरित करना है। शुरुआत सेक्टर 23 से हुई है।
हर सोसाइटी तक पहुंचने का लक्ष्य
इस अभियान से उपनगरी के सभी सेक्टर को जोड़ा जा रहा है। जिस सेक्टर में यह अभियान शुरू होगा, वहां की प्रत्येक सोसाइटी में बारी बारी से पौधे लगाए जाएंगे। उस सोसाइटी की सभी महिलाओं व बच्चों को इसमें शामिल किया जाएगा। अभी सेक्टर 23 की सभी सोसाइटियों में अभियान के तहत पौधे लगाए जा चुके हैं। जिन सोसाइटी में पौधे लगाए जा चुके हैं, उनमें हार्मोनी, ग्रीन टावर, शीतल विहार, प्रभा, मिलेनियम, फिलिप, कृष्णा, द्वारका धाम, मनीषा, चोपड़ा, वेदांता व एयरलांइस अपार्टमेंट शामिल हैं। अब सेक्टर 22 की सोसाइटियों में पौधे लगाने का कार्य शुरू होगा।
क्यों है जरूरत
एसोसिएशन की संस्थापक सिसली कोडियन का कहना है कि धरती को बचाने की मुहिम में सभी को आगे आना होगा। धरती को बचाकर ही हम अपने भविष्य को बचा सकते हैं। जलवायु परिवर्तन के असर से आज की पीढ़ी जूझ रही है। आने वाली पीढ़ियों पर इसका अधिक असर नहीं हो, इसके लिए अभी से पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनने की जरूरत है। ऐसा तभी होगा, जब हमारा पर्यावरण से लगाव बढ़ेगा। हमलोग पौधे बच्चों से लगवा रहे हैं। उनके साथ उनकी मां, बहनें व आसपास रहने वाली महिलाएं होती हैं। बच्चे जिन पौधे को लगाते हैं, उनकी देखभाल का भी संकल्प लेते हैं। उनका लगाव इससे बना रहता है। यह लगाव बड़ा होने पर पूरे पर्यावरण की देखभाल के लिए नौनिहालों को प्रेरित करेगा।
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ये पौधे लगाए जा रहे हैं यहां
एसोसिएशन की कोषाध्यक्ष मिनी जॉर्ज बताती हैं कि आम, जामुन, आवंला इलायची, अजवाइन, तुलसी, स्नैक प्लांट के पौधे लगाए जा रहे हैं। ये ऐसे पौधे हैं जिनकी उपयोगिता से हम सभी परिचित हैं। इन पौधे के बड़े औषधीय गुण भी हैं। प्रोमिला मलिक बताती हैं कि अभियान को संचालित करने में प्रोमिला गांधी, आशा वाष्र्णेय, नीरू गुप्ता, यश कुमारी, रोमिला गांधी, पूजा अग्रवाल सहित अनेक महिलाओं का योगदान है।