Dwarka: नागरिकों व पुलिस के बीच भरोसे की नींव और मजबूत हुए इसके लिए द्वारका में कम्यूनिटी पुलिसिंग से जुड़े कार्याें के तहत पुलिस ने तीन नई योजनाओं की शुरुआत की है। इन योजनाओं में साइकिल से गश्त, बुक बैंक व नेबरहुड वाच स्कीम शामिल हैं। तीनों योजनाएं काफी पहले से ही उपनगरी में अलग अलग रूपों में लागू हैं, लेकिन अब इसे नए तेवर में लागू किया जा रहा है। उपनगरी के लोगों ने पुलिस द्वारा शुरू की गई तीनों योजनाओं का स्वागत किया है। द्वारका जिला पुलिस उपायुक्त शंकर चौधरी ने स्वयं तीनों योजनाओं का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उपनगरी के विभिन्न संगठनों व आरडब्ल्यूए के प्रतिनिधि मौजूद थे।
साइकिल से गश्त
उपनगरी द्वारका व आसपास स्थित कॉलोनियों में करीब 350 पार्क हैं। इसके अलावा कई इलाके ऐसे हैं, जहां संकरी गलियां हैं। इन इलाकों में गश्त करना काफी कठिन है। उपनगरी के पार्क आकार में काफी बड़े हैं। यदि यहां पैदल गश्त किया जाए तो काफी समय लगेगा। इस समस्या का उपाय निकालते हुए पुलिस ने साइकिल से गश्त करने का तरीका निकाला है। पुलिस ने 68 साइकिलों का बेड़ा तैयार किया है। यह गश्त इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में की जाएगी। गश्त के पहले दिन उपायुक्त शंकर चौधरी स्वयं साइकिल पर सवार हुए और पुलिसकर्मियों का उत्साह बढ़ाया।
नेबरहुड वाच योजना नए रूप में
उपनगरी की सुरक्षा को लेकर पुलिस ने सोसाइटियों के साथ मिलकर काम करने का फैसला किया। इसके तहत पुलिस व सोसाइटी प्रबंधन मिलकर साेसाइटी परिसर व आसपास के क्षेत्र में सुरक्षा इंतजामों का जायजा ले रही है। इस दौरान सुरक्षा से जुड़ी खामियों का पता कर उसे दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। नेबरहुड वाच स्कीम के तहत अभी सात सोसाइटियों को पुलिस ने जोड़ा है। इनमें डीजीए अपार्टमेंट, संचार विहार, सीमा कापरेटिव, मनभावन, राजस्व व सूर्योदय अपार्टमेंट शामिल है। इन सोसाइटियों में जिला पुलिस की मेडिकाम यूनिट के तत्वावधान में पुलिस व सोसाइटी ने मिलकर सुरक्षा से जुड़ा सर्वे किया है।
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क्या कहते हैं द्वारका निवासी
उपनगरी द्वारका के निवासियों ने पुलिस की तीनों योजनाओं का स्वागत किया है। लोगों का कहना है कि इन योजनाओं से पुलिस व जनता के बीच नजदीकी बढ़ेगी। द्वारका लोक कल्याण मंच के अध्यक्ष डीपी वाजपेयी ने कहा है कि सुरक्षा को लेकर पुलिस व जनता के बीच निरंतर संवाद बना रहना चाहिए। इस तरह के आयोजन से नजदीकी बढ़ती है, लेकिन इन योजनाओं का असर जमीनी स्तर पर नजर आना चाहिए। सेक्टर 16 निवासी माधव पांडेय ने साइकिल से गश्त योजना का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि यह योजना पहले भी शुरू हुई थी, लेकिन बिना बताए इसे बंद कर दिया गया था। सेक्टर 23 निवासी मिनी जार्ज का कहना है कि साइकिल से गश्त में महिला पुलिसकर्मियों को प्राथमिकता मिलनी चाहिए और सुबह व शाम के समय साइकिल से ही गश्त होना चाहिए।