Greater Noida। ग्रेटर नोएडा वैस्ट में सार्वजनिक परिवहन की कमी यहां के निवासियों के लिए लंबे समय से चिंता का विषय रही है। खराब परिवहन व्यवस्था के अलावा क्षेत्र का प्रदूषण भी एक प्रमुख समस्या है।
यहां के निवासियों का आरोप है कि हर सरकार वादा करती आई है कि ग्रेटर नोएडा वैस्ट को मेट्रो की सुविधा मुहैय्या कराई जाएगी। यह और बात है कि कुछ दिन बाद ही सारे वादे भुला दिए जाते हैं और ग्रेटर नोएडा वैस्ट के लोगों के लिए मेट्रो अब भी दूर की कौड़ी है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने विधानसभा चुनाव से पूर्व ही ग्रेटर नोएडा वैस्ट एक्वालाइन की तीन लाइनों के लिए मंजूरी दे दी थी, जिसमें सेक्टर 51 से नॉलेज वी (ग्रेटर नोएडा पश्चिम), बॉटेनिकल गार्डन से सेक्टर
142 और डिपो स्टेशन से बोडाकी तक मेट्रो का विस्तार होना है। ये अलग बात है कि अभी तक केंद्र सरकार द्वारा इस बजट को मंजूरी नहीं मिली।
नोएडा की एक्वा लाइन के विस्तार के रूप में 91.5 किमी. लंबे एलिवेटेड ट्रैक पर 5 स्टेशनों के निर्माण की योजना है। इन पांच स्टेशनों द्वारा सेक्टर 122 और 123, ग्रेटर नोएडा सेक्टर 4, इकोटेक 12 और
ग्रेटर नोएडा सेक्टर 2 को जोड़ेगा। इसी मार्ग के लिए गौतमबुद्ध नगर में एक चार मंजिला मेट्रो स्टेशन बनाने की भी योजना है, जो भारत का पहला चार मंजिला मेट्रो स्टेशन बनने जा रहा है। बताया जा रहा है कि इन लाइनों के बीच कुल 9 स्टेशन बनाए गए हैं।
इसके अलावा नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एनएमआरसी) ने नोएडा-ग्रेटर नोएडा परियोजना के लिए वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 287.62 करोड़ रुपये के बजट की मंजूरी दी है और इसके लिए आंतरिक ऑडिट रिपोर्ट के लिए अपनी मंजूरी दे दी है। एनएमआरसी को 24 महीनों में मेट्रो परियोजना के पहले चरण को पूरा करने की उम्मीद है। इस परियोजना को जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड द्वारा लिया गया है
और इसके लिए 500 करोड़ रुपये आवंटित भी किए जाएंगे, जो सिविल कार्य पर खर्च किए जाएंगे।
ग्रेटर नोएडा वैस्ट में मेट्रो के आगमन को लेकर हमने ग्रेटर नोएडा के कुछ निवासियों से बात की।
गौर सिटी, ग्रेटर नोएडा के निवासी शुभम चौधरी कहते हैं कि मेरे घर के निकटतम नोएडा सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन है, जो यहां से करीब 11 किमी. दूर है। नई एक्वा लाइन विस्तार परियोजना के पूरा होने के बाद यहां के लिए मेट्रो का सफ़र आसान हो जाएगा और लोग इसका लाभ ले सकेंगे।
सेक्टर 120 के रहने वाले जोगिंदर सिंह प्रोजेक्ट को लेकर संशय में हैं। सेक्टर 120 के लिए सबसे निकटतम मेट्रो स्टेशन सेक्टर 52 है, जो करीब ढाई किलोमीटर दूर है। उनका मानना है कि एक्वा लाइन
पर नई मेट्रो काफ़ी सुविधाजनक होगी, लेकिन मुझे इस तथ्य पर विश्वास नहीं है कि वे परियोजना पर वास्तव में ज़मीनी स्तर पर काम शुरू करने जा रहे हैं। मैं सालों से इस बारे में सुन रहा हूं और हर बार यह परियोजना कोई न कोई कारण बताकर स्थगित कर दी जाती है।
नोएडा सेक्टर 101 निवासी ब्रजेश शर्मा कहते हैं कि जब भी मुझे नोएडा एक्सटेंशन जाना होता है तो मुझे अपने निजी वाहन का उपयोग करना पड़ता है। पेट्रोल की बढ़ी हुई कीमतें मध्यम वर्ग के लिए और
मुश्किलें बढ़ा रही हैं। इसमें कोई दोराय नहीं है कि मेट्रो शुरू होने से यहां के लोगों के लिए आवागमन सुलभ होगा, लेकिन हर बार मेट्रो निर्माण का मामला आगे टलता रहा है। इस कारण मुझे विश्वास नहीं हो रहा कि यह कार्य जल्दी पूरा होने वाला है। फिर भी हम उम्मीद पर कायम हैं कि शायद वर्तमान सरकार अपने वायदे पर पूरी उतरे।