Noida: नोएडा के एक रेस्तरां में खाना खिला रहे हैं रोबोट! चौंकिए मत जी, ये सच है। बेशक कुछ समय पहले तक ऐसा सुनना किसी साइंस फिल्म के फिक्शन जैसा लगता था, लेकिन आज के दौर में भी जबकि रोबोटिक्स की तरक्की के साथ-साथ रोबोट हर क्षेत्र में काम कर रहे हैं, भारत के रेस्तरां में रोबोट का होना थोड़ी नई बात है।

यैलो हाउस रोबोट (Yellow House Robot) रेस्तरां दिल्ली-एनसीआर का पहला ऐसा रेस्तरां है, जहां रोबोट काम कर रहे हैं। यह रेस्तरां 16 अप्रैल, 2022 को शुरू किया गया था। नोएडा का यह रेस्तरां एकदम शाकाहारी है और यैलो हाउस चेन का एक हिस्सा है, जिसके पहले से ही तीन रेस्तरां जयपुर में हैं।
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इस रेस्तरां में आधुनिकता और परंपरा का मिश्रण है। रेस्तरां के एक खंड को राजस्थानी रूपांकनों से चित्रित किया गया है, जबकि दूसरी तरफ आधुनिक बार सेटिंग है। रेस्तरां की दीवारों को इसके ऑनर की मां ने डिजाइन किया है। इस रेस्तरां का मेन्यू व्यापक है। इनके पास स्ट्रीट ट्रीट, राजस्थानी व्यंजनों से लेकर इटैलियन और मैक्सिकन तक सब कुछ उपलब्ध है। इस रेस्तरां की खासियत इसके तंदूरी व्यंजन और राजस्थानी थाली है। यह रेस्तरां द यैलो प्लेटर के रूप में एक विशेष कॉम्बो भी परोस रहे हैं, जिसमें रूबी की पसंदीदा डिश है।

नोएडा 104 में द यैलो हाउस रेस्तरां के मालिक, जिशु बंसल वर्तमान में गुलशन कुमार फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया से अंडर ग्रेजुएशन हैं। वे कहते हैं, “हम लंबे समय से फूड एंड बेवरेज उद्योग में आने की सोच रहे थे। कुछ शोध के बाद, मुझे रोबोट रेस्तरां की थीम के बारे में पता चला। ये रोबोट भारत में बने हैं और कृत्रिम बुद्धि पर काम करते हैं। वे टेबल तक ऑर्डर सर्व करते हैं। इस पूरे सेट-अप में हमें लगभग एक करोड़ का खर्च आया है।”

सिटीस्पाइडी ने यहां अपनी विजिट में पाया कि रेस्तरां में रोबोट के अलावा कुछ खास नहीं है। यहां का भोजन औसत है। हालांकि मेन्यू में कई विकल्प हैं, लेकिन फिर भी बात करने के लिए कुछ ज्यादा नहीं है। राजस्थानी कलाकृतियां और रोबोट के साथ बनी एथनिक थीम एक साथ नहीं चलते। रोबोट पहली बार आने वालों के लिए जिज्ञासा का विषय हो सकते हैं, पर उन्हें वापस लाने के लिए बहुत कुछ नहीं है।
आप नोएडा के पाथवे स्कूल के पास हाजीपुर स्थित इस रेस्टोरेंट का एक बार लुत्फ़ जरूर उठा सकते हैं। दो लोगों के लिए औसत लागत एक हजार रुपये है।